देखा गया कि सुबह से हो रही बारिश भी भक्तों के उत्साह को कम नहीं कर पायी। भक्तजन छाता आदि लेकर बारिश में भीगते हुये भी अपनी बारी की प्रतीक्षा करते देखे गये। भक्तों ने भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिये दूध, जल, धतूरा, बेल पत्र, शहद और फूल अर्पित किया। यह दृश्य भगवान के प्रति भक्तों के अटूट विश्वास और श्रद्धा को दर्शाता है। पुजारियों के अनुसार सावन का यह चौथा और अंतिम सोमवार सबसे अधिक फलदायी माना है। इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से भगवान भोलेनाथ भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। भक्तों की इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि लोग इस दिन के महत्व को भली—भांति समझते हैं।
सावन के अंतिम सोमवार पर मैहर मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
अगस्त 04, 2025
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देखा गया कि सुबह से हो रही बारिश भी भक्तों के उत्साह को कम नहीं कर पायी। भक्तजन छाता आदि लेकर बारिश में भीगते हुये भी अपनी बारी की प्रतीक्षा करते देखे गये। भक्तों ने भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिये दूध, जल, धतूरा, बेल पत्र, शहद और फूल अर्पित किया। यह दृश्य भगवान के प्रति भक्तों के अटूट विश्वास और श्रद्धा को दर्शाता है। पुजारियों के अनुसार सावन का यह चौथा और अंतिम सोमवार सबसे अधिक फलदायी माना है। इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से भगवान भोलेनाथ भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। भक्तों की इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि लोग इस दिन के महत्व को भली—भांति समझते हैं।
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