देवल संवाददाता, रवि प्रताप ,मधुबन। तहसील क्षेत्र के उत्तरी छोर पर घाघरा नदी के तटवर्ती इलाके में बसे दर्जनों गांव के हजारों लोगों को नदी की उफनती लहरों से बचाव व राहत को लेकर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बुधवार की सायं तीन बजे परसिया जयरामगिरी हाहा नाला रेगुलेटर पर नदी के बढ़ते जलस्तर को देखा। इसके बाद धर्मपुर विशुनपुर के बिंदटोलिया व सुग्गीचौरी में पहुंचे। बाढ़ आपदा से निबटने के लिए तहसील प्रशासन से बचाव व राहत की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। बाढ़ प्रभावित धरमपुर विसुनपुर के बिनटोलिया में शुक्रवार को प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एके शर्मा पूरे लाश लश्कर के साथ पहुंचे। जहां सैकड़ो बाढ़ क्षेत्र के लोगों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। वहीं नदी के बढ़ते जलस्तर व बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। मंत्री ने सम्बंधित विभाग को कटान रोकने के लिए व्यापक स्तर पर पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया। घाघरा के जलस्तर बढ़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि परसियाजयरामगिरी हाहा नाला हेड पर खतरा बिंदु 66.31 मीटर के सापेक्ष में शुक्रवार की सुबह आठ बजे जलस्तर 64.74 सेमी रहा। 7 घंटे बाद सायं तीन बजे 4 सेमी. बढ़त के साथ 64.88 सेमी रिकार्ड किया गया। घाघरा के बढ़ते जलस्तर को लेकर बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग पूरी तरह दहशत में हैं। वहीं बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत व बचाव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुट गया है। बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा कर मंत्री ने घाघरा की उफनती लहरों को देख उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के लोगों को जरूरत के अनुसार सुख-सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। इस अवसर पर मुख्य रूप से उप जिलाधिकारी राजेश कुमार अग्रवाल,सीओ अभय कुमार सिंह,प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह,आलोक सिंह,आशुतोष सिंह, शेषनाथ सिंह,अभिषेक श्रीवास्तव,सूरज राय समेत कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।