देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। धरती आबा जनजातीय अभियान के तहत जागरूकता एवं जनजातीय सशक्तिकरण शिविर कार्यक्रम का समापन सोमवार को पंचायत रिसोर्स सेन्टर विकास भवन में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री दुर्गादास उईके, राज्यमंत्री संजीव कुमार गोड़ ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बाद कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय के छात्राओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी।
राज्यमंत्री दुर्गादास उईके ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2024 को धरती आबा कार्यक्रम की शुरूआत की थी। यह योजना नहीं बल्कि यह एक विजन है, जिसमें समाज के अति पिछड़े जनजाति बाहुल्य गांवों में 17 विभागों द्वारा मिलकर समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्य धारा में जोड़ने के लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र पर आधारित है। आज हम यहां धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़े हैं, जहां हम अपने जनजातीय समाज के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए मिलकर काम करने का संकल्प दोहरा रहे हैं। धरती आबा जनभागीदारी अभियान आजादी के बाद का सबसे बड़ा जनजातीय सशक्तिकरण अभियान हैं, यह अभियान 15 जून 2025 को प्रारंभ हुआ और 14 जुलाई 2025 को आज परिवर्तन की ऐतिहासिक गाथा रची गई। इस मौके पर जिलाधिकारी बीएन सिंह, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, उपाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग जीत सिंह खरवार, संजय गोड़, रूबी प्रासद, नन्दलाल गुप्ता, पुष्पा सिंह, कृष्ण मुरारी गुप्ता, मोहन कुशवाहा, श्रवण गोड़, सीडीओ जागृति अवस्थी आदि मौजूद रहे।