देवल संवाददाता, आजमगढ़।अहरौला थाना क्षेत्र स्थित सर सैयद बालिका इंटर कॉलेज माहुल के उपप्रबंधक पर लगाए गए धर्म परिवर्तन के आरोप पुलिस जांच में झूठे पाए गए हैं(दैनिक देवल)। मामला प्रकाश में आने पर एसपी ग्रामीण चिराग जैन के निर्देश पर अहरौला थाना प्रभारी प्रदीप कुमार द्वारा जांच कराई गई, जिसमें यह स्पष्ट हो गया कि आरोप निराधार थे और इसकी जड़ पति-पत्नी के आपसी विवाद में छिपी थी।
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि महिला शिक्षिका की शादी छह वर्ष पूर्व अतरौलिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से हुई थी, जो वर्तमान में बिजली विभाग, सहारनपुर में अवर अभियंता (जेई) के पद पर कार्यरत है।
शादी के बाद पति नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी नौकरी करे, जबकि महिला सर सैयद बालिका इंटर कॉलेज गौसपुर में कंप्यूटर शिक्षिका के पद पर कार्यरत है। इसी बात को लेकर दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था(दैनिक देवल)। महिला की सास राधिका मौर्या द्वारा पुलिस को सूचना दी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उपप्रबंधक गालिब खान ने बहू सीमा मौर्या का ब्रेनवॉश कर उसे धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया है।
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि प्राथमिक जांच में किसी प्रकार का धर्म परिवर्तन या जबरन प्रभाव का कोई साक्ष्य नहीं मिला। यह पूरा मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा है, जिसमें पति-पत्नी के बीच नौकरी को लेकर मतभेद प्रमुख कारण है।