देवल संवादाता,वाराणसी। सावन शिवरात्रि का उत्सव काशी में घूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से काशी विश्वनाथ धाम समेत शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक के मंदिरों व शिवालयों में भक्तों की भीड़ लगी है। बुधवार की सुबह श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। भोर से ही बाबा का दर्शन पाने के लिए श्रद्धालु बेताब दिखे।
मंगला आरती के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ। दिन उगने के साथ ही भक्तों की कतारें लग गईं। सभी श्रद्धालु बाबा का जयकारा लगाते हुए मंदिर पहुंचे और बाबा का झांकी दर्शन कर मंगल कामना की।
हिंदू धर्म में सावन माह को अत्यंत शुभ और पवित्र माना गया है। यह महीना विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित होता है। पूरे सावन भर श्रद्धालु शिवजी की उपासना करते हैं और जलाभिषेक से उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
इस दौरान पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि का महत्व और भी बढ़ जाता है। मासिक शिवरात्रि हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आती है, लेकिन जब यह तिथि सावन महीने में पड़ती है, तो इसका आध्यात्मिक महत्व कई गुना अधिक हो जाता है।
सावन शिवरात्रि का व्रत
पंचांग के अनुसार सावन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 23 जुलाई 2025 को सुबह 4:39 बजे से होगी और यह तिथि अगले दिन 24 जुलाई को रात 2:28 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार सावन शिवरात्रि का व्रत 23 यानी बुधवार को रखा गया है।