देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। माह के प्रत्येक सोमवार को कार्यालय नगर पालिका परिषद सोनभद्र में आयोजित हो रहे समाधान दिवस में साफ-सफाई, पेयजल व मार्ग प्रकाश से संबंधित प्राप्त सभी शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराने का दावा महज कागजों तक सीमट कर रह गया है। नपा क्षेत्र में स्वच्छता पर प्रति माह लाखों रूपए खर्च होने के बावजूद शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। साफ-सफाई के अभाव में अधिकांश वार्डो की नालियां जाम हैं। पेयजल की भी व्यवस्था यहां भगवान भरोसे चल रही है।
नगर के हाईडिल कालोनी के पास काशीराम आवासीय शहरी कालोनी में निवास करने वाले गरीब तबके के सैकड़ों लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। साफ-सफाई के अभाव में इस कालोनी में जगह-जगह कूड़ों का अंबार लगा पड़ा है। नालियां बजबजा रही है। कूड़े के ढेर से उठने वाले दुर्गंध से रहवासियों का जीना दुश्वार हो गया है। बस्ती में पेयजल की भी व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। बजबजाती गंदगी के बीच से गुजरे पाइप लाइन से मिलने वाले पानी का सेवन कर यहां के लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं। रहवासियों ने बताया कि उनके कालोनी में कभी कभार ही नपा के सफाई कर्मियों द्वारा साफ-सफाई की जाती है। इससे कालोनी में जगह-जगह गंदगी फैली है। गंदगी से उठ रहे दुर्गंध से संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। समय रहते यदि स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया गया तो बरसात के दिनों में संक्रामक बीमारियों की चपेट में आकर यहां के रहवासी खाट पकड़ सकते है।