12 दिन के युद्ध में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर हमले के लक्ष्य प्राप्त करने और जीत का दावा कर दिया हो लेकिन ईरान का परिष्कृत (शोधित) यूरेनियम भंडार बच जाने के संकेत से इजरायल चिंता में है।
ट्रंप और इजरायल, दोनों ही ईरान पर फिर से हमले की बात कह रहे हैं
अमेरिका में भी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जल्दबाजी में अपने रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) की खुफिया रिपोर्ट को खारिज कर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करने का बयान दे दिया था लेकिन अब उन्हें एहसास हो रहा है कि खतरा टल भले ही गया हो लेकिन खत्म नहीं हुआ। इसीलिए अब ट्रंप और इजरायल, दोनों ही ईरान पर फिर से हमले की बात कह रहे हैं।
ट्रंप ने दो दिन पहले ईरान से परमाणु बम का खतरा महसूस होने पर वहां फिर से हमले की बात कही थी। ट्रंप ने कहा, वह ईरान पर दोबारा हमला करने पर विचार कर रहे हैं। जाहिर है नया हमला भी इजरायल के साथ तालमेल बनाकर होगा।
काट्ज बोले, हमले के लिए अमेरिका की स्वीकृति जरूरी नहीं
शनिवार को इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा, नए खतरों के सामने आने पर फिर से ईरान पर कार्रवाई हो सकती है। न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार काट्ज ने कहा, हमारे बीच युद्धविराम लागू है लेकिन तेहरान ने अपनी हवाई ताकत बढ़ाई, परमाणु कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने की कोशिश की और लंबी दूरी वाले मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाया तो हम फिर से हमला कर सकते हैं।
काट्ज ने कहा, ईरान पर हमले के लिए हमें अमेरिका की स्वीकृति लेने की जरूरत नहीं है। हम खतरे का आकलन करके कभी भी कार्रवाई कर सकते हैं।
ईरान बोला- देंगे मुंहतोड़ जबाव
ट्रंप के जवाब में ईरान के नेता अली खामेनेई ने अमेरिकी हमले का करारा जवाब देने का एलान किया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने भी कहा है कि अगर युद्धविराम को तोड़ने की कोशिश हुई तो ईरान मुंहतोड़ जवाब देगा।
ईरान ने यूरेनियम भंडार समय रहते ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था
ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखने का एलान पहले ही कर चुका है। जाहिर है कि दोनों पक्षों में से कोई भी अपनी स्थिति को कमजोर करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए टकराव ज्यादा दूर नहीं है।
पेंटागन की खुफिया रिपोर्ट में ईरान के यूरेनियम भंडार का नुकसान न होने और परमाणु कार्यक्रम के नष्ट न होने की बात कही गई है। ईरान ने भी माना है कि उसका यूरेनियम भंडार समय रहते ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था।
ईरान ने यूरेनियम भंडार स्थानांतरित कर दिया है
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के प्रमुख रफाएल ग्रोसी ने बताया है कि उन्हें 13 जून को इजरायली हमले के दिन ही बता दिया गया था कि ईरान ने यूरेनियम भंडार स्थानांतरित कर दिया है। इसीलिए इजरायल और अमेरिका के ईरानी परमाणु संयंत्रों पर तमाम हमलों के बावजूद ईरान में रेडियोएक्टिव विकिरण नहीं फैला। यही यूरेनियम भंडार को नुकसान न पहुंचने का सबसे बड़ा सुबूत है।
किसी भी हद तक जाएगा इजरायल- काट्ज
इजरायल के चैनल 12 से वार्ता में काट्ज ने कहा, इजरायली बलों की ईरान पर कार्रवाई की योजना तैयार है। हम अपनी हवाई श्रेष्ठता बनाए रखने, ईरान के परमाणु कार्यक्रम की रोकथाम और लंबी दूरी की ईरानी मिसाइलों की चुनौती को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपनी प्रतिबद्धता को साबित करने के लिए हम किसी हद तक जा सकते हैं और कहीं पर भी कार्रवाई कर सकते हैं।
काट्ज ने कहा, ईरान पर हमले के लिए हमें अमेरिका की स्वीकृति लेने की जरूरत नहीं है। हम खतरे का आकलन करके कभी भी कार्रवाई कर सकते हैं।