देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। आपातकाल दिवस पर कलेक्ट्रेट सभागार में त्रासदी विपत्तियों पर गहन चिंतन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यक्रम स्थल के प्रवेश द्वार स्थापित किए गए कैनवास सेट पर सदर विधायक भूपेश चौबे, पूर्व राज्यसभा सांसद रामसकल, नगर पालिका
अध्यक्ष रूबी प्रसाद, मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, अपर जिलाधिकारी सहदेव कुमार मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक जय राम सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पांडेय, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह आदि ने हस्ताक्षर किया।
सदर विधायक ने कहा कि 25 जून को राष्ट्रीय आपातकाल लागू होने की 50वीं वर्षगाँठ मनायी जा रही है। यह न केवल आपातकाल के स्मरण का अवसर है, अपितु गहन चिंतन और लोकतांत्रिक व संवैधानिक मूल्यों के प्रति नई प्रतिबद्धता का अवसर भी है। 25 जून 2026 तक एक वर्ष तक चलने वाला स्मरणोत्सव भी मनाया जाएगा। कहा कि सरकार की प्रतिज्ञा लोकतंत्र को मजबूत करने का संकल्प है, विकसित भारत का सपना साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। देशवासी आपातकाल की भिविषिका को कभी नहीं भूल सकते और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा सजग रहेंगें। संविधान की वजह से ही देश का लोकतंत्र कायम है, हमें संविधान की वजह से ही समाज में बोलने के लिए पूर्ण अधिकार प्राप्त है, हम अपनी बातों को स्वतंत्र रूप से रख सकते हैं। पूर्व राज्यसभा सांसद रामसकल ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय है, इस दौरान सत्ता पर संकट, आपातकाल आहत, महंगाई और असंतोष का महौल बना रहा, देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष रूबी प्रसाद ने भी 25 जून 1975 में लागू किए गए आपातकाल दिवस पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।