अतरौलिया। स्थानीय ब्लॉक सभागार में रविवार को बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) सीता यादव की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य ई-केवाईसी और फेस कैप्चरिंग में आ रही तकनीकी समस्याओं पर चर्चा करना था।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों राजबाला, प्रतिमा सिंह,सुमन पांडेय,ने बताया कि विभाग द्वारा दिए गए नए कार्यों के लिए 5G मोबाइल की अनिवार्यता बताई जा रही है, जबकि उनके पास केवल 4G मोबाइल हैं, जिससे उन्हें ई-केवाईसी और फेस कैप्चरिंग जैसे कार्यों में भारी परेशानी हो रही है। इसी को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सीडीपीओ को सौंपा। लेकिन जैसे ही सीडीपीओ के हाथ में ज्ञापन सौंपा गया, वहां मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर शिरीष सिंह ने ज्ञापन को उनके हाथ से लेकर वहीं फाड़ दिया। इस घटना से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आक्रोशित हो गईं और इसे उनका अपमान बताया। उन्होंने कहा कि वे कार्य के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन जब तक सरकार आवश्यक संसाधन, विशेषकर 5G मोबाइल जैसी तकनीकी सुविधाएं नहीं देती, तब तक कार्य करना मुश्किल है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सीडीपीओ सीता यादव ने कहा, "मीटिंग के दौरान ज्ञापन को फाड़ना अनुचित है। कंप्यूटर ऑपरेटर को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। हमने इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी है और जो भी निर्णय होगा, वह लिया जाएगा।" हालांकि किस तरह के दुर्व्यवहार से वहां मौजूद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में भारी आक्रोश देखने को मिला और लोगों ने अपने साथ हो रही समस्याओं के बारे में अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया।