हिंद महासागर में भारत की ताकत और बढ़ने वाली है। के-6 हाइपरसोनिक मिसाइल को हैदराबाद स्थित डीआरडीओ की एडवांस्ड नेवल सिस्टम्स लैबोरेटरी में विकसित किया जा रहा है।
के6 मिसाइल ब्रह्मोस से भी घातक होगी
यह मिसाइल ब्रह्मोस से भी घातक होगी। इसे विशेष रूप से उन्नत एस-5 श्रेणी की परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बियों के लिए डिजाइन किया गया है। अरिहंत से बड़ी परमाणु ऊर्जा चालित एस-5 पनडुब्बी 12 मीटर लंबी, दो मीटर चौड़ी होगी और दो से तीन टन तक वारहेड ले जाने में सक्षम होगी।
रिपोर्ट के अनुसार इस मिसाइल का परीक्षण जल्द होने की उम्मीद है। सबमरीन लांच्ड बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम) के-6 को पनडुब्बियों से लांच किया जा सकेगा। के-6 मिसाइल विकसित होने के बाद भारत की उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा जिनके पास हाइपरसोनिक मिसाइल है।