आजमगढ़। कलेक्ट्रेट सभागार आजमगढ़ में श्री धर्मेंद्र कुमार भारद्वाज मा0 सभापति उत्तर प्रदेश विधान परिषद "नियम पुनरीक्षण समिति" की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
विभागवार समीक्षा करते हुए मा0 सभापति जी ने गृह विभाग को निर्देश दिया कि नियम 115, 105, 110 तथा 111 के अंतर्गत प्राप्त तारांकित, अतारांकित तथा अल्प सूचित प्रश्न मा0 सदस्यों द्वारा पूछे गए हैं, उसका समय से उत्तर प्रेषित करते हुए अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि मा0 सदस्यों द्वारा जो प्रश्न अब तक प्राप्त हुए, उसका निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी मा0 सदस्य का प्रश्न विभाग से संबंधित लगा हो, तो उसको माननीय सदस्य को अवगत कराया जाए।
राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए मा0 सभापति महोदय ने कहा की धारा 24, 116 तथा धारा 38 के वादों का निस्तारण समय से सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पत्थर नसब के वादों का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि पत्थर कोई तोड़ता है या उखड़ता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके लिए समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, लेखपाल एवं कानूनगो को निर्देशित किया जाए। उन्होंने कहा की धारा 198 के अंतर्गत यदि कोई किसान संशोधन के लिए परेशान है तो उसका निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि गांव में चौपाल लगाकर किसानों के प्रपत्रों में छोटी-छोटी कर्मियों को दूर कर निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को निर्देश दिया कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करते हुए चौपाल लगाकर राजस्व से संबंधित वादों का निस्तारण सुनिश्चित करें।
मा0 सभापति ने चिकित्सा विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवैध चिकित्सालय्यों की शिकायत प्राप्त होने पर कड़ी कार्रवाई करने एवं आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों का शत प्रतिशत इलाज सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी चिकित्सालय आयुष्मान कार्ड का गलत इस्तेमाल न करें तथा मरीज से वास्तविक इलाज का ही भुगतान ले। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारा जाए, जिसका लाभ जनमानस को प्राप्त हो सके।
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए मा0 सभापति महोदय ने कहा कि सड़कों से संबंधित जितने प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों से प्राप्त हो, तत्काल शासन को प्रेषित करें, ताकि उस पर कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में जो प्रस्ताव जनपद के मा0 सदस्य द्वारा दिया जाए, उसे तत्काल शासन को प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
जल निगम (ग्रामीण) की समीक्षा करते हुए मा0सभापति महोदय ने कहा कि पाइप डालने के लिए जितनी रोड काटी जाए, उसका शत प्रतिशत मरम्मत/पुनर्निर्माण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को इसकी लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कितने ग्रामों में रोड काटी गई तथा कितने का मरम्मत किया गया, इसकी सूची शासन को उपलब्ध कराया जाए।
प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए मा0 सभापति जी ने कहा कि मा0 सदस्यों के प्रस्तावों का सत्यापन कराते हुए निस्तारण सुनिश्चित कराएं। लघु सिंचाई द्वारा वर्ष 2021-22, 22-23, 23-24, 24-25 में कराई गई फ्री बोरिंग की ब्लॉकवार सूची समिति को 15 दिन के अंदर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नलकूपों के लिए मा0 सदस्यों द्वारा दिए गए प्रस्तावों के अनुसार लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जो नलकूप खराब है, उसका भी रिबोर कराएं तथा पुनः चालू किया जाए।
माननीय सभापति महोदय ने डीसी मनरेगा को प्रधानों द्वारा जेसीबी से कार्य कराए जाने पर उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा का कार्य गरीबों को रोजगार उपलब्ध कराने से संबंधित है, इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को मा0 जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों पर अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही माननीय सभापति जी ने कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, पशुपालन, पिछड़ा वर्ग कल्याण, परिवहन, समाज कल्याण, मंडी एवं अन्य विभागों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित विभाग की अधिकारियों को दिए। मा0 सभापति ने समस्त विभागीय अधिकारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन सरकार की मंशा के अनुसार संवैधानिक दायरे में रहकर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाएं तथा पात्र व्यक्तियों तक योजना का लाभ पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि माननीय सदस्यों के प्रश्नों, उनके फोन काल को गंभीरता से लेकर अवलोकन करें, चाहे वह किसी भी दल का सदस्य हो।
बैठक से पूर्व मा0 सभापति एवं सदस्यों द्वारा कुंवर सिंह उद्यान आजमगढ़ में वृक्षारोपण भी किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार ।। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री हेमराज मीना, मुख्य विकास अधिकारी श्री परीक्षित खटाना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार डीसी मनरेगा डीएसटीओ पीडब्ल्यूडी सिंचाई तथा सभी जनपदीय अधिकारी उपस्थित रहे।