देवल संवाददाता,आजमगढ़। देश भर के वाहन चालकों के हितों को लेकर वाहन चालक कल्याण समिति ने आजमगढ़ के जिलाधिकारी को एक पत्र सौंपा है, जिसमें राष्ट्रीय चालक आयोग के गठन की मांग की गई है। लोहे की बेड़ियां पहन पहुंचे समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश चंद यादव ने पत्र में कहा कि देश के लगभग 30 करोड़ चालकों का भविष्य और उनके परिवारों का पालन-पोषण सड़कों पर बढ़ती समस्याओं के कारण खतरे में है।
पत्र में बताया गया कि चालकों को पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, परिवहन विभाग, ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों द्वारा शोषण, अत्याचार और प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक स्तर पर उनके अधिकारों का हनन, आर्थिक और मानसिक तनाव, असामयिक दुर्घटनाओं के कारण उनकी जिंदगी खतरे में है। समिति ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकारें इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही हैं, जबकि देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा चालकों पर निर्भर है।
वाहन चालक कल्याण समिति ने मांग की है कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय चालक आयोग का गठन करे और राज्य स्तर पर चालक वेलफेयर बोर्ड की स्थापना के लिए प्रदेश सरकारों को निर्देश दे। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो पूरे देश में "स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन" शुरू किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।