देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। भाजपा जिला कार्यालय पर वृहस्पतिवार को लोकमाता रानी अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने पं दीनदयाल उपाध्याय व डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद ने कहा कि पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर भारतीय इतिहास की उन महान नारियों में से हैं, जिन्होंने नारी शक्ति, प्रशासनिक दक्षता और धार्मिकता का ऐसा आद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया है, जिसकी स्मृति आज भी भारतीय जनमानस में श्रद्धा के साथ अंकित है। 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जनपद स्थित चौड़ी ग्राम में जन्म लेने वाली अहिल्याबाई होल्कर शुरू से ही विलक्षण प्रतिभा और प्रखर बुद्धि की धनी थी। 11 दिसंबर 1767 को जब उन्हें राज सिंहासन सौंपा गया, तब उन्होंने न केवल राज्य को स्थापित किया, बल्कि अपनी दृष्टि न्यायाधीश से धर्मिष्ठा से उन्हें समृद्धि की ओर अग्रसर किया। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर परम शिव भक्त थी। उन्होंने होलकर समाज की समस्त संपत्तियों पर तुलसी जल रख कर उसे भगवान शिव को अर्पित किया। रानी अहिल्याबाई होल्कर ने कई मंदिरों का निर्माण कराया। जिला प्रभारी अनिल सिंह ने कहा कि स्वाभिमान और प्रजा के प्रति सेवा के लिए महारानी अहिल्याबाई होल्कर को पुण्यश्लोक की उपाधि प्राप्त हुई थी। ब्राह्मण में भगवान विष्णु, पांडव युधिष्ठिर, राजा नल और इंदौर के होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई सहित चार को ही पुण्यश्लोक की उपाधि प्राप्त हुई थी। उन्होंने बताया कि पति, ससुर, पुत्र की मौत के बाद भी देश में तीन हजार मंदिरों का निर्माण, पुनरोद्धार और महिलाओं के उत्थान और सुशासन के लिए अहिल्याबाई के महिला सशक्तिकरण संघर्षों की जीवन गाथा समाज के लिए अनुकरणीय है। जिलाध्यक्ष नन्दलाल ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती पर उनके त्याग, बलिदान को आने वाली पीढ़ियों को अवगत कराएं। इस मौके पर जीत सिंह खरवार, अजीत रावत, अजीत चौबे, धर्मवीर तिवारी, श्रवण सिंह गोंड, नागेश्वर गोंड, आलोक सिंह, रामसुन्दर निषाद, प्रसन्न पटेल, उदयनाथ मौर्या, अनिल सिंह गौतम, अशोक कुमार मौर्या, संतोष शुक्ला, शंम्भू नारायण सिंह, दिलिप पांडेय, कैलास बैसवार, अनूप तिवारी, विशाल गुप्ता, कमलेश चौबे, बृजेश श्रीवास्तव, रामनिवास तोमर, विनय श्रीवास्तव, रामबली मौर्या, दिलिप चौबे, मनीष पटेल, विमलेश चौबे, सीमा गुप्ता, रामलाल चेरो, पुष्पा सिंह, गुडिया तिवारी, सुषमा सिंह गोंड, मीनू चौबे, कमलेश खांम्भे, दीपक दूबे, प्रभाशंकर मिश्रा, सत्येन्द्र आर्य, सुरेश शुक्ला, सुनिल सिंह, आकाश जायसवाल आदि मौजूद रहे।