आमिर, देवल ब्यूरो ,रामपुर (जौनपुर): स्थानीय क्षेत्र के गनेशपुर सुखलालगंज गांव में बुधवार को एक दिवसीय यथार्थ गीता पाठ का आयोजन श्रद्धा एवं आस्था के साथ संपन्न हुआ। यह धार्मिक आयोजन लक्ष्मीकांत एवं हरिकांत चक्रवर्ती के आवास पर संपन्न हुआ, जिसमें बिहार, पटना से पधारे स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज के शिष्य श्रद्धा बाबा ने श्रद्धालुओं को गीता ज्ञान से ओतप्रोत किया।अपने सारगर्भित प्रवचन में श्रद्धा बाबा ने कहा कि सत्यनारायण व्रत की वास्तविक कथा श्रीमद्भगवद्गीता में ही निहित है, न कि लोक में प्रचलित कथाओं में। उन्होंने स्पष्ट किया कि आत्मा ही 'नर' है, अर्जुन 'नारायण' हैं और भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गीता में दिया गया ज्ञान ही परम सत्य है। उन्होंने लकड़हारे, नाव बहने या राजा बनने जैसी कथाओं को तर्कपूर्ण युग में अप्रमाणिक और मनगढ़ंत बताया।श्रद्धा बाबा ने कहा कि मांगलिक अवसरों पर गीता पाठ का आयोजन ही सच्चे धार्मिक अनुष्ठान का स्वरूप है, जो आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने सभी को जीवन में गीता के वास्तविक ज्ञान को अपनाने की प्रेरणा दी।इस अवसर पर विनय दुबे, दिनेश यादव, प्रज्ञा शुक्ला, राजेश यादव, सोनू, आनंद, बिपिन, राधाकृष्ण शर्मा,रामसूरत राजभर,चन्द्रशेखर पटेल,अरविन्द पटेल सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। संपूर्ण वातावरण भक्तिमय और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा।यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि जीवन के यथार्थ ज्ञान से जनमानस को जोड़ने का सफल प्रयास भी सिद्ध हुआ।