देवल, ब्यूरो चीफ,सीखड़,मिर्जापुर। स्थानीय ब्लाक के ग्राम रामगढ़ के ग्रामीणों को शुद्ध पानी पिलाने में ग्राम पंचायत लापरवाही बरत रहा है। जल संस्थान की इस उदासीनता से ग्रामवासी गंदा पानी पीने को मजबूर है। सफाई के साथ विभाग ने पानी में ब्लीचिंग पाउडर तक नहीं डाला।आपको जान कर हैरत होगी कि पानी टंकी से आपके घर तक पानी पहुंचाया जा रहा है।उस टंकी की सालों से सफाई तक नहीं कराई गई है।ऐसे में ग्रामीणों को पीने के लिए कैसा पानी मिल रहा है, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। गांव के पंद्रह सौ से अधिक लोगों को शुद्ध पानी देने की जिम्मेदारी पेयजल विभाग एवं ग्राम पंचायत पर है। टंकी से पाइपलाइन के जरिए लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जाता है। लोगों को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए पानी टंकी की नियमानुसार समय-समय पर सफाई होनी चाहिए। परंतु यहां तो लापरवाही का आलम है कई सालों से टंकी की सफाई ही नहीं कराई गई।
*स्वास्थ्य के लिए हानिकारक*
टंकी की समय-समय पर सफाई जरूरी होती है। सफाई नहीं होने से पानी दूषित हो जाता है। देखने में भले ही पानी साफ लगे पर उसमें जीवाणु घुले होते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
*ग्राम प्रधान-सचिव की आंखों में पट्टी*
ग्राम पंचायत रामगढ़ के ग्राम प्रधान,सचिव द्वारा समय समय पर स्वच्छता रैली निकाल कर लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करते हैं। वहीं गांव में फूटी पाईप लाइन को देख मरम्मत की बात करते है। जैसे ही रैली खत्म होती है ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंच आंखों में पट्टी बांध कुर्सी में बैठ जाते हैं। इससे बड़ी लापरवाही ग्राम प्रधान,सचिव की और क्या होगी?