संतोष, देवल संवाददाता। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के अतरौलिया थानाक्षेत्र के छितौनी स्थित दिव्यांश नर्सिंग होम के खिलाफ अंबेडकरनगर जिले के कटका थानाक्षेत्र के राजापुर गांव निवासी राहुल यादव पुत्र रामधारी ने दोपहर उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर और क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। परिजनों का आरोप है कि मेरी पत्नी को पेट मे दर्द होने के बाद बीते 8 फरवरी को दिव्यांश नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। जहां पर डॉक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड करवाने के पश्चात कैंसर का खतरा बताते हुए परिजनों को डराकर डीएनसी करने के बाध्य किया गया। डीएनसी के पश्चात मरीज की हालत बिगड़ने लगी। उक्त डॉक्टर द्वारा 23 फरवरी तक इलाज किया गया लेकिन कोई सुधार न होने पर परिजन मरीज को अकबरपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में दिखाये। वहां चिकित्सक ने स्थिति को गम्भीर देख मरीज को केजीएमयू ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। परिजनों द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक केजीएमयू के डॉक्टर ने बताया कि गलत इलाज होने के चलते मरीज की हालत काफी गंभीर है। तत्काल मरीज की सर्जरी करने की आवश्यकता है। एक बार मरीज का ऑपरेशन हुआ भी लेकिन मरीज में अभी किसी भी तरह का सुधार नहीं है। रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर का कहना है कि गलत इलाज करने के चलते मरीज की हालत काफी खराब हो जिसके सुधार में काफी वक्त लग सकता है। मरीज की बड़ी आंत को बाहर निकाल कर रखा गया है। अभी मरीज की हालत जस की तस बनी हुई है। परिजन न्याय के लिए सक्षम अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं लेकिन अभी भी अस्पताल के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई।परिजनों ने आरोप लगाया कि अतरौलिया थाने में प्राथमिकी की दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। पीड़ित परिजनों ने उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है। इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर एस.के. त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है। जांच कर दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक अतरौलिया डॉक्टर शिवाजी सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि संबंधित अस्पताल को सील कर दिया गया है। उसके खिलाफ मेरे द्वारा आज ही थाने पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।