देवल संवाददाता, लखनऊ।अमर उजाला की ओर से आयोजित संवाद 2025 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विकास पर चर्चा की। इसके साथ ही अन्य क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे।सीएम योगी ने अमर उजाला संवाद कार्यक्रम में कहा कि लोकतंत्र की सशक्त आवाज है संवाद, लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है संवाद। कठिन से कठिन समस्या का समाधान का सशक्त माध्यम है संवाद। सीएम योगी ने कहा कि जहां संवाद बाधित होता है वहीं से संघर्ष के रास्ते प्रारंभ होते हैं। भारत का लोकतंत्र इतना सश्क्त है इसने अपने सभी स्तंभों के लिए लक्ष्मण रेखाएं भी तय की हैं, विधायकों को क्या करना है, कार्यपालिका की सीमाएं क्या हैं और न्याय पालिका की रचनात्मक भूमिका कैसे आगे बढ़ सकती है।
वहीं, मीडिया भी किस रूप में अपनी जीवंत उपस्थिति के माध्यम से एक आम नागरिक को अपने साथ जोड़ सकती है। ये चारों स्तंभ अपनी लक्ष्मण रेखाओं का पालन करते हुए जब भी कार्य करेंगे तो ये मानकर चलिए वो लोकतंत्र को और भी पुष्ट करेगी। लोकतंत्र उतना ही आगे फलेगा-फूलेगा और अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की आवाज को उतना ही मजबूती के साथ हर स्तर तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
सीएम योगी ने कहा कि संवाद का ये कार्यमक्रम अमर उजाला परिवार ने आज यहां प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित किया है। लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी एक पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से ही है। अपने साथ एक विरासत लेकर चला है। एक लंबी परंपरा है। आज के लखनऊ को, जो उत्तर प्रदेश का केंद्रबिंदु है। पूरे उत्तर प्रदेश के लिए जो भी नीतियां बनती हैं, उसका केंद्रबिंदु है स्वभाविक रूप से इस संवाद का यह कार्यक्रम लखनऊ के माध्यम से 25 करोड़ जनमानस तक न केवल पहुंचेगा, बल्कि उन 25 करोड़ लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व भी संवाद के माध्यम से इस मंच पर प्रभावी ढंग से इन दो दिनों के अंदर होता दिखाई देगा। मैं सबसे पहले इसकी हृदय से स्वागत करता हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमर उजाला के यूपी अचीवर्स का विमोचन किया।
मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक और रंगोली आर्टिस्ट शिखा शर्मा
संवाद में दुनिया में अपनी रेत कला के लिए मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक और रंगोली आर्टिस्ट शिखा शर्मा अपने विचार साझा किया। शिखा शर्मा अपनी रंगोली कला के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। उन्हें सुरीली रंगोली क्वीन का खिताब भी प्राप्त है। शिखा सात बार इस कला से विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं।
शिक्षा और कौशल का सम्मेलन सत्र
संवाद में शिक्षा और कौशल (स्किल) के बीच बेहतर तालमेल या समन्वय को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है। इस मंथन में प्रमुख रूप से अनिल सहस्त्रबुद्धे, डॉ. हरिओम और डॉ. कृष्णमूर्ति ने चर्चा की।
'जीवन शैली में छिपा है सेहत का राज' सत्र में डॉ. मिकी मेहता अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हमें सारी चीजें सुक्ष्म रूप से करनी है, तोड़-फोड़ मारपीट से दूर रहें। योग की परिभाषा है स्वयं में स्थि, स्वयं में उपस्थित, स्वयं में होना, स्वयं को होने देना, स्वयं में स्वतंत्र बनना, स्वतंत्रता का स्वामी बनना, अंतर्यामी बनना, ऊर्ध्वगामी बनना, स्वामी बाबा राम देव बनना। उन्होंने मैं 54 साल से योग कर रहा हूं। 45 साल इस व्यवसाय में हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की रणनीति" सत्र में यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने कहा कि बहुत बहुत धन्यवाद अमर उजाला परिवार का यह मंच देने के लिए। मैं उत्तर प्रदेश से आता हूं, मेरी पढ़ाई भी यही हुईं। हमेशा से हमारे प्रदेश की तुलना विकसित राज्यों से की जाती रही है। पढ़ाई करने के बाद जब मैं यहां पर आया। लीडरशिप का विजन क्या बदलाव ला सकता हैं मैं तुम्हें इसका उदाहरण देता हूं। पिछले सात साल से उत्तर प्रदेश में जो बदलाव हुआ है और एक दशक में जो यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर बदला है। वो कमाल का है।
स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने अपने आध्यात्मिक जीवन की चर्चा की और बताया कि वो अपनी मां की प्रेरणा से आध्यात्म के क्षेत्र में आए।
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के विचार पर उन्होंने कहा कि दुनिया में लगभग 52 मुस्लिम देश हैं। ऐसे में अगर एक हिंदू राष्ट्र हो जाता है तो इससे किसी को क्या दिक्कत हो सकती है। उन्होंने कहा कि लेकिन इससे ये बिल्कुल ही मतलब नहीं है कि मुसलमान यहां नहीं रहेंगे। हिंदू राष्ट्र होगा तो हिंदुओं का पक्ष ज्यादा मजबूत होगा।