देवल संवादाता,वाराणसी |वाराणसी के जिला कलेक्ट्रेट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के समर्थन में एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
ज्ञापन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया गया कि केंद्र सरकार जान-बूझकर नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं को फंसाने का प्रयास कर रही है, जबकि अब तक इस मामले में कोई ठोस तथ्य या आरोप सिद्ध नहीं हुआ है।
ज्ञापन में कहा गया है कि यह कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण और सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण है, जिसका उद्देश्य केवल कांग्रेस और उसके शीर्ष नेताओं को बदनाम करना है।
इस दाैरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल ने कहा कि न तो किसी संस्था और न ही किसी व्यक्ति के खिलाफ अब तक कोई प्रमाण मिला है, बावजूद इसके राहुल गांधी और सोनिया गांधी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करना कानून के शासन का मुखौटा ओढ़कर एक प्रायोजित अपराध है। इस मुखौटे के पीछे मोदी और शाह हैं।
महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चाैबे ने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल विपक्षी नेताओं की छवि धूमिल करना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करना है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस प्रकार की 'बेबुनियाद' कार्रवाई को रोका जाए और इस मामले में निष्पक्ष जांच हो।
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना भाजपा सरकार की दुर्भावनापूर्ण मंशा को दर्शाता है। यह नहीं भूलना चाहिए कि गांधी परिवार ने देश के लिए अपना सब कुछ समर्पित किया है। वे हमेशा सत्य और जनसेवा के मार्ग पर अडिग रहे हैं।
इस माैके पर फसाहत हुसैन बाबू, सजीव सिंह, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, ऋषभ पांडेय, डॉ. राजेश गुप्ता, सतनाम सिंह, वकील अंसारी, अरुण सोनी, राजीव राम, अशोक सिंह, विनोद सिंह, गिरीश पाण्डेय, अनुराधा यादव, हसन मेहदी कब्बन, संतोष मौर्य, प्रमोद वर्मा, शमसाद खां, घनश्याम सिंह, सुनील राय, पियुष श्रीवास्तव, विपिन मेहता, अब्दुल हमीद डोडे, खालिद, रोहित दुबे, लोकेश सिंह, चक्रवर्ती पटेल, बृजेश जेशल, रेनु चौधरी, आशिष केशरी आदि कार्यकर्ता रहे।