देवल संवाददाता, आजमगढ़। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रत्नावे गांव निवासी विजय प्रजापति अपनी पत्नी और पांच वर्षीय बच्ची के अचानक गायब हो जाने से सदमे में हैं। पीड़ित का आरोप है कि उसकी पत्नी लाखों के गहनों और ₹50,000 नगद के साथ गांव में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ फरार हो गई है। हैरानी की बात यह है कि जब पीड़ित ने कप्तानगंज थाने में शिकायत दर्ज करानी चाही, तो पुलिस ने उसकी सुनवाई करने के बजाय उसे ही शांति भंग की धारा में चालान कर दिया।पीड़ित विजय प्रजापति का कहना है कि घटना के दिन वह खेत में काम कर रहा था, तभी गांव में आए पंचायत अधिकारी ने मौका पाकर उसकी पत्नी और बच्ची को गहनों और नगदी समेत बाइक पर बिठा कर भगा ले गया। पीड़ित का कहना है कि उसने जब इस बात की सूचना थाने में दी तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि उसे ही प्रताड़ित किया जाने लगा।
विजय का यह भी कहना है कि अगर गहने और नगदी को ‘स्त्री धन’ माना जाए, तो क्या यह कानूनन अपराध नहीं है कि एक सरकारी कर्मचारी किसी के घर में घुसकर उसकी पत्नी, नाबालिग बेटी और गहनों के साथ फरार हो जाए? इसके बावजूद पुलिस दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।पीड़ित ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि दोषी ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही, थाना कप्तानगंज की निष्क्रियता और पीड़ित को प्रताड़ित करने की जांच कर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई हो।