भारतीय क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में अभी तक दमदार खेल दिखाया है। इस टीम ने पहले बांग्लादेश और फिर पाकिस्तान को मात दी। आज यानी रविवार दो मार्च को इस टीम का सामना न्यूजीलैंड से है जो भारत को आईसीसी इवेंट्स में कई बार जख्म दे चुकी है। इस मुकाबले की शुरुआत भारत के लिए अच्छी नहीं रही है और उस पर 13 का खतरा मंडरा रहा है।
इस मैच में न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सैंटनर ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इस टूर्नामेंट में पहली बार भारत पहले बल्लेबाजी कर रहा है। हालांकि, उसका टॉस हारने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
'13 का खतरा'
भारत ने पहली बार टॉस नहीं गंवाया है। पिछले मैच में भी उसने टॉस गंवा दिया था। इसी के साथ वह लगातार 12 टॉस हारने वाली पहली टीम बनी थी। इस मैच में भारत सिक्के की जंग हार गया। यानी लगातार 13वें वनडे मैच में उसने ये टॉस गंवाया है। 13 का आंकड़ा भारत में शुभ नहीं माना जाता और इसलिए डर है कि कहीं भारत ये मैच गंवा न बैठे। वैसे भी सामने न्यूजीलैंड है।
रोहित का अशुभ देहला
वहीं बतौर कप्तान रोहित शर्मा ने वनडे में लगातार 10वां टॉस हारा है। ये उनका अशुभ देहला है जो भारत पर भारी पड़ सकता है। टॉस हारना क्रिकेट में बड़ी बात है। टॉस से इस खेल में काफी कुछ तय होता है। इस मैच में भारत को शुरुआत भी अच्छी नहीं मिली है और उसके टॉप-3 बल्लेबाज जल्दी पवेलियन लौट गए हैं। पहले शुभमन गिल आउट हुए जो सिर्फ दो रन ही बना सके। फिर रोहित आउट हुए जो 15 रनों से आगे अपनी पारी नहीं ले जा सके। विराट कोहली को चार के निजी स्कोर पर हेनरी ने आउट किया लेकिन इसमें योगदान ग्लेन फिलिप्स के दमदार कैच का रहा।
ये न्यूजीलैंड ही थी जिसने भारत को 2019 के सेमीफाइनल में मात दी थी। ये न्यूजीलैंड ही थी जिसने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप-2021 के फाइनल में भारत को हराया था और वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना तोड़ा था। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और न्यूजीलैंड का सामना इससे पहले सिर्फ एक बार हुआ है और उसमें भी न्यूजीलैंड को जीत मिली थी। ये सब देखते हुए न्यूजीलैंड एक बार फिर अगर भारत को परेशानी दे तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।