देवल संवादाता,वाराणसी |राजघाट स्थित डबल डेकर मालवीय पुल से भारी वाहनों के आवागमन पर उत्तर रेलवे ने चिंता जताई है। उत्तर रेलवे ने कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस को मालवीय पुल से रात में भारी वाहनों के आवागमन की फोटो भेजी है। कहा है कि भारी वाहन वर्षों पुराने पुल के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं। इसलिए मालवीय पुल पर से भारी वाहनों के आवागमन पर प्रभावी तरीके से रोक लगाई जाए।ब्रिटिश काल में वर्ष 1887 में राजघाट स्थित मालवीय पुल का उद्घाटन किया गया था। पहले इस पुल का नाम डफरिन ब्रिज था। देश की आजादी के बाद वर्ष 1948 में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के नाम पर पुल का नाम बदल कर मालवीय पुल कर दिया गया। भारी वाहनों के आवागमन के चलते अगस्त 2014 में मालवीय पुल में दरार आ गई थी। मरम्मत के बाद मालवीय पुल से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी। भारी वाहनों का आवागमन रोकने के लिए पुल के दोनों ओर लगाए गए हाइट गेज बैरियर और गर्डर लगाए गए थे। मौजूदा समय में इक्का-दुक्का गर्डर छोड़ कर बाकी सब गायब हो गए हैं। इसके चलते भारी वाहनों को आवागमन में आसानी होती है।
गत दिनों प्रयागराज के महाकुंभ के पलट प्रवाह के दौरान मालवीय पुल से रात में भारी वाहन गुजरते हुए देखे गए थे। इसे लेकर उत्तर रेलवे ने चिंता जताते हुए मालवीय पुल से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने की मांग पुलिस से की है।
उधर, इस संबंध में पूछे जाने पर एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि संबंधित विभागों को पत्र भेज कर पुल के दोनों छोर पर हाइट गेज बैरियर और गर्डर इस तरह से लगवाए जाएंगे कि भारी वाहन न आ-जा सकें। आदमपुर और रामनगर थानाध्यक्ष को कहा भी गया है कि किसी भी सूरत में मालवीय पुल से भारी वाहन न गुजरने पाएं।