दुनिया से सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने यूके की राजनीति में भूचाल ला दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर उन्होंने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और लेबर सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
एलन मस्क के इन आरोपों के बाद ब्रिटेन में एक बार फिर चाइल्ड ग्रूमिंग गैंग का मुद्दा चर्चा में आ गया है। इसमें अब नये सिरे से जांच की मांग उठने लगी है। एलन मस्क ने आरोप लगाया कि कीर स्टार्मर पब्लिक प्रोसेक्यूशन हेड के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान ग्रूमिंग गैंग केस पर निर्णायक रूप से कार्य करने में विफल रहे।
स्टार्मर को बचाने का आरोप
मस्क ने आरोप लगाया कि स्टार्मर ने रेप गैंग को न्याय का सामना किए बिना कमजोर लड़कियों का शोषण करने की इजाजत दी। मस्क ने इसे सरकारी तंत्र की विफलता बताई और कहा कि स्टार्मर के नेतृत्व वाला क्राउन प्रोसेक्यूशन सर्विस न्याय नहीं दिला सका।
एलन मस्क ने यूके के गृह विभाग के अंतर्गत आने वाले मंत्री जेस फिलिप पर भी निशाना साधा। मस्क ने कहा कि फिलिप ने ओल्डहैम में कथित ग्रूमिंग स्कैंडल के खिलाफ उठ रही पब्लिक इंक्वायरी की मांग को खारिज कर स्टार्मर का बचाव किया था।
ब्रिटेन ने खारिज किया आरोप
मस्क ने जेस फिलिप के फैसले को स्टार्मर को बचाने के लिए राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह सिस्टम की विफलता को छिपाने का प्रयास था। एलन मस्क ने इस मामले में नये सिरे से राष्ट्रीय स्तर पर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि लेबर सरकार को जल्द से जल्द आम चुनाव कराने चाहिए।
एलन मस्क ने फिलिप को बलात्कार नरसंहार समर्थक तक बता दिया। हालांकि लेबर सरकार ने इन आरोपों को तत्काल प्रभाव से खारिज कर दिया। यूके के स्वास्थ्य सचिव वेस स्ट्रीटिंग ने इन्हें गलत जानकारी वाला बताया। स्टार्मर के बचाव में कहा गया कि 2013 में डीपीपी रहते हुए उन्होंने बच्चों के यौन शोषण को रोकने के लिए नई गाइडलाइन बनाई थी।
क्या है ग्रूमिंग गैंग स्कैंडल?
ग्रूमिंग गैंग स्कैंडल यूके की राजनीति का एक विवादित विषय है। रोदरहैम, रोचडेल और टेलफोर्ड जैसे शहरों में जांच के बाद बड़े पैमाने पर बच्चों के यौन शोषण का मामला सामने आया था। जिन लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया था, वह पाकिस्तानी मूल के थे। यही कारण है कि इसे पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग या पाकिस्तानी रेप गैंग भी कहते हैं।
लोक अथॉरिटी और जांच एजेंसियों पर नस्लवादी करार दिए जाने के डर से दुर्व्यवहार को नजरअंदाज करने या कम आंकने का आरोप लगाया जाता है। 2022 में हुए ओल्डहैम इंक्वायरी गंभीर विफलताएं पाई गईं, लेकिन संगठित शोषण के सबूत सामने नहीं आए। इसी विफलता के खिलाफ आवाज उठाने वाले घोर दक्षिणपंथी चेहरों टॉमी रॉबिन्सन और निगेल फराज को एंटी इमीग्रेंट भावनाएं भड़काने के लिए गिरफ्तार किया गया था।