बूढ़नपुर, आजमगढ़। तहसील क्षेत्र के मठिया गांव के ग्रामीणों ने घरौनी प्रमाण पत्र न बनाए जाने को लेकर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का आरोप है कि हल्का लेखपाल द्वारा कुछ चुनिंदा लोगों को ही घरौनी का लाभ दिया गया है, जबकि अधिकांश पात्र ग्रामीण अब भी इससे वंचित हैं। इस भेदभावपूर्ण रवैये के चलते ग्रामीणों को भूमि स्वामित्व से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्यों में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने आज तहसील मुख्यालय पहुंचकर तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा को एक प्रार्थना पत्र सौंपा और न्याय की गुहार लगाई। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि सभी पात्र व्यक्तियों की घरौनी जल्द से जल्द तैयार की जाएगी ताकि वे अपने भूमि संबंधी अधिकार प्राप्त कर सकें।शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीणों में उदयभान यादव, हरिकेश यादव, तिलकधारी यादव, प्रदीप यादव, अवध राम यादव, दयाराम यादव सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग शामिल रहे। ग्रामीणों ने बताया कि घरौनी न होने के कारण उन्हें सरकारी योजनाओं और बैंक से जुड़ी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। साथ ही, संपत्ति के रिकॉर्ड को लेकर भी उन्हें लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच पूरी कर सभी पात्र व्यक्तियों को घरौनी जारी की जाए, ताकि उन्हें भूमि स्वामित्व से जुड़ी सभी सुविधाएं मिल सकें।सरकार की ‘घरौनी’ योजना का लाभ मिलने में देरी से नाराजगी गौरतलब है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि स्वामित्व का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने के लिए घरौनी प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीणों को उनकी भूमि पर मालिकाना हक सुनिश्चित कराना है, लेकिन स्थानीय स्तर पर हो रही अनियमितताओं के कारण कई पात्र लाभार्थी इस सुविधा से वंचित रह जा रहे हैं।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे मजबूरन आंदोलन करने को बाध्य होंगे।