दैनिक देवल ,सोनभद्र। जनपद में अवैध खनन व उसका परिवहन बदस्तूर जारी है। प्रदेश के राजस्व में अपनी अहम भूमिका निभाने वाला जनपद सोनभद्र भ्रष्टाचार की जद में है। खनन यहां के प्रमुख व्यवसाय में से एक है जो प्रदेश के राजस्व में अभूतपूर्व वृद्धि करता है। परंतु अधिकारियों की लापरवाही, अपने दायित्व के प्रति उदासीनता और निजी लाभ के लिए भ्रष्टाचार में लिप्त होना न सिर्फ जनपद को विकास की दौड़ में पीछे करता है बल्कि प्रदेश सरकार की भी छवि धूमिल करता है। इसका जीता जागता उदाहरण जनपद में होने वाला अवैध खनन व उसका परिवहन है। सड़कों पर खनन उत्पादों का अवैध परिवहन आसानी से देखा जा सकता है। हालांकि इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा मानक व गाइडलाइन निर्धारित किए गए हैं जिसके अनुपालन की जिम्मेदारी जिम्मेदार अधिकारियों पर है। अवैध खनिज परिवहन को रोकने के लिए निर्धारित मार्गो पर जगह-जगह खनिज चेक पोस्टों का भी निर्धारण किया गया है ताकि अवैध खनिज परिवहन को रोका जा सके। खनिज विभाग की माने तो उनके द्वारा अवैध परिवहन को रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। नवंबर माह के आंकड़ों पर गौर करें तो माह भर में अवैध परिवहन करते सिर्फ 42 वाहन पकड़े गए हैं। जगह-जगह लगे खनिज पोस्ट से निगरानी भी की जाती है बावजूद इसके अवैध परिवहन लगातार जारी है। बगैर खनिज विभाग की मिलीभगत से खुलेआम खनिज उत्पादों का अवैध परिवहन संभव नहीं है। वगैर नंबर प्लेट एवं डुप्लीकेट परमिट का इस्तेमाल कर अवैध परिवहन से राजस्व की अपूर्णीय क्षति होती है। जिस धन से सामाजिक आदिवासी उत्थान की नींव रखनी थी उसी धन से अधिकारियों व इसमें शामिल लोगों की इमारतें तैयार हो रही हैं। अपने को ठगा सा महसूस करने वाली यहां की आम जनता इस उम्मीद में है कि एक दिन इस भ्रष्टाचार पर अंकुश जरूर लगेगा।
खनिज उत्पादों का अवैध परिवहन बदस्तूर जारी,अवैध परिवहन से राजस्व को भारी नुकसान
दिसंबर 01, 2024
0
Tags