देवल संवाददाता, गोरखपुर । जिले के सहजनवां थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक छोटे भाई ने पांच बीघा जमीन के लालच में अपने बड़े भाई की हत्या कर शव को राप्ती नदी के तट पर बालू में दबा दिया था। जब कुत्ते शव के पास पहुंचकर नोचने लगे तो आसपास के लोगों इसकी सूचना पुलिस को दी। जांच में जुटी पुलिस ने मामले का खुलासा किया तो रिश्तों के कत्ल की सच्चाई सामने आई। संपत्ति की लालच के चलते भाई ही भाई का हत्यारा बन गया।
सहजनवां थानाक्षेत्र के सिसई गांव के पास राप्ती नदी के तट पर बीते 9 दिसंबर को एक शव को कुत्तों द्वारा नोचे जाने की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस ने शव की पहचान करवाने के लिए क्षेत्र के लोगों को बुलाया। इस दौरान लोगों ने उसकी पहचान तिलौरा गांव निवासी स्वर्गीय ब्रह्मदेव दुबे के बड़े पुत्र सोनू (35 वर्ष) के रूप में पहचान हुई। सोनू की हत्या कैसे हुई? उसकी जांच में पुलिस जुट गई। इस दौरान पता चला कि सोनू की शादी नहीं हुई थी और वह अपने बुआ के घर पर रह रहा था। बीते 7 दिसंबर को उसका छोटा भाई छोटू दुबे बुआ के घर गया और बड़े भाई को झांसा देकर अपने साथ ले आया। छोटू दुबे ने पुलिस को बताया कि पिताजी की मौत के बाद हम दोनों भाइयों के नाम ही प्रॉपर्टी हो गई थी। बड़े भाई की शादी नहीं हुई थी। पांच बीघा जमीन सड़क के किनारे थी। कुछ दिन पहले बड़े भाई ने चार डिसमिल जमीन बेच दी थी और उस पैसे को खर्च कर दिया था। वह बुआ के घर पर ही रहते थे। उन्होंने पैसा कहां खर्च किया यह हमें नहीं बताया। सड़क के किनारे वाली जमीन के लिए भी वह ग्राहक खोज रहे थे। ऐसे में मैं परेशान हो गया, मुझे लगा कि इस तरह धीरे-धीरे करके वो सारी जमीन बेच देंगे और मुझे कुछ नहीं मिलेगा। ऐसे में मैंने तय किया कि उनकी हत्या हो जाएगी तो सारी प्रॉपर्टी मुझे मिल जाएगी। क्योंकि उनकी शादी नहीं हुई नहीं थी।
आरोपी ने कहा कि मैं बुआ के घर से उनको बहाने से लेकर चल दिया। मैंने उनको बताया कि सड़क के किनारे वाली जमीन को बेचा जाएगा और बहुत अच्छा दाम मिल रहा है। चलकर एडवांस का पैसा ले लिया जाए। आप भी साथ चलेंगे तो अच्छा रहेगा, जो एडवांस मिलेगा उसका आधा-आधा हम लोग ले लेंगे। बुआ के घर से आते समय रास्ते में चकरांव गांव के पास एक शराब की भठ्ठी थी। मैंने उनको जमकर शराब पिलाई। शराब पीकर वह बेसुध होने लगे। उस समय शाम भी हो रही थी। मैं उन्हें अपने साथ सिसई गांव के पास नदी के तट पर ले आया। वहां पर वह बेसुध होकर बार-बार गिर रहे थे। ऐसे में मैंने उनके सिर पर ताबड़तोड़ पत्थर से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद उनका शरीर ढीला पड़ गया तो मैं जल्दी-जल्दी नदी के किनारे ही बालू में गड्ढा खोदकर शव ढक दिया, लेकिन गड्ढा गहरा नहीं हो पाया था। इस नाते अगले दिन से कुत्ते वहां पहुंचने लगे और 9 दिसंबर को यह मामला सार्वजनिक हो गया। इस सम्बंध में एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के फूफा की शिकायत पर पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि छोटा भाई ही सोनू को लेकर के 7 दिसंबर को गया था और उसी दिन के बाद वह घर से गायब है। उसका मोबाइल भी बंदा आ रहा था। ऐसे में उसी के ऊपर शक गहरा गया। पुलिस ने छापेमारी कर छोटे भाई को गिरफ्तार किया और सख्ती से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई।