प्रतिबंध के बावजूद रात में बज रहे डीजे लोगों को सोने नहीं देते। नींद पूरी न हो पाने की वजह से उनका अगले दिन का शेड्यूल बिगड़ रहा है। ऊंची आवाज वाले डीजे के कारण दिल के मरीजों समेत दूसरे रोगों के पीड़ितों को ज्यादा समस्या हो रही है। डीजे वाले बाबू सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। रात 10 बजे के बाद भी तेज आवाज में डीजे बजाने की शिकायतों के बावजूद पुलिस इन्हें बंद नहीं करवा पा रही है। अगर कुछ डीजे संचालकों पर पुलिस कार्रवाई कर देती तो बाकी डीजे संचालक सुधर जाते।