देवल संवाददाता,मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग ने बताया कि माह सितंबर में ओवर स्पीडिंग में 9,बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने में 2270,बिना सीट बेल्ट में 108,रांग साइड में 90, ड्रंकन ड्राइव में 10,वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के प्रयोग में 22 तथा ओवरलोडिंग यात्री वाहन में 5 लोगों का चालान किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु कुल 27 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया जा गए हैं जिन पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु लोगों को शिक्षित करने पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए। उन्होंने इस हेतु लोगों में यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता लाने हेतु विशेष कार्रवाई करने के निर्देश दिए।जिला अधिकारी ने परिषदीय एवं माध्यमिक विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब के माध्यम से अध्यनरत छात्र-छात्राओं को यातायात के नियमों के प्रति विशेष जागरूक करने तथा शिक्षक अभिभावक बैठकों में भी इसका प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु में ज्यादातर 18 से 45 वर्ष आयु के लोग होते हैं,जिससे उनके मृत्यु के उपरांत उनका परिवार भी प्रभावित होता है। उन्होंने सड़कों को सुरक्षित रहने,स्ट्रीट लाइट की पर्याप्त व्यवस्था करने के साथ ही साथ यातायात के नियमों का अनुपालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने तेज गति से वाहन चलाने को भी सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण मानते हुए इसके प्रति लोगों को जागरूक करने को कहा जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाया जा सके। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को जनपद में चिन्हित 27 ब्लैक स्पॉट पर समस्त आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक ने भी लोगों को जागरुक कर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने को कहा।इसके अलावा बिना हेलमेट वाहन चलाने तथा ओवर स्पीडिंग को सड़क दुर्घटनाओं में मौत का मुख्य कारण मानते हुए इसके प्रति लोगों में विशेष जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग चक्रेश केन,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष उपाध्याय,सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग सौरभ सिंह, सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित जिला सड़क सुरक्षा समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।