कृष्ण कुमार तिवारी, ब्यूरो चीफ, अंबेडकर नगर, दैनिक देवल |
ग्राम पंचायत हुसेनपुर मुसलमान थाना आलापुर में 15 अगस्त के दिन पंचायत भवन पर झंडा रोहण नहीं किए जाने की जनसुनवाई पोर्टल पर दी गई शिकायत की जांच सहायक विकास अधिकारी पंचायत बृजेश वर्मा को प्राप्त हुई उन्होंने आरोपी सचिन विश्वनाथ पटेल से पोर्टल पर रिपोर्ट लगवा कर स्वयं अनुमोदन कर दिया कि उनके द्वारा शिकायत की जांच की गई शिकायत असत्य एवं निराधार पाई गई। साथ में जांच अधिकारी ने पंचायत भवन के सामने प्रधान द्वारा किए जा रहे झंडारोहण का फोटो अपलोड किया। जब सहायक विकास अधिकारी पंचायत को 15 अगस्त 2024 की 9: 12 बजे सुबह की असली फोटो जिसमें मैदान में घास उगी है दीवार पर काई लगी है दिखाकर पुनः शिकायत की गई तो ग्राम पंचायत सचिव ने दिन और तारीख के साथ एक फोटो प्रस्तुत की जिसमें उपस्थित लोगों के कपड़े ही बदल गए पुरानी फोटो में हाशिम नाम का जो व्यक्ति सफेद टी-शर्ट में था वह नई फोटो में ब्लैक एंड व्हाइट धारीदार टी शर्ट में आ गया फोटो में जो समय तारीख दी गई है वह साफ दिख रही है कि फोटोशॉप से बनाया गया है उसके साथ ही सचिव ने 5 ग्रामीण मोहम्मद आलम, अब्दुल अजीज प्रधान, अब्दुल कयूम, अबू सुफियान और मोहम्मद हाशिम का नोटरी शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया जिस पर उनके द्वारा बताया गया कि वह 15 अगस्त के दिन झंडा रोहन के समय उपस्थित थे। परंतु यह नहीं बताया कि किस वर्ष के 15 अगस्त को उपस्थित थे। कहते है 1 झूठ को छुपाने के लिए 100 झूठ बोलने पड़ते हैं यहां तो सचिव 1000 झूठ बोल रहे हैं। अब यक्ष प्रश्न यह है कि इतने गंभीर प्रकरण की शिकायत किसके पास की जाए कार्यवाही कौन करेगा? क्योंकि यदि कार्यवाही करनी होती तो पहली बार शिकायत मिलने पर ही कर दी होती परंतु भ्रष्टाचार का इतना बोल बाला है कि आंखों देखी से इंकार कर देते हैं। पहले तो सिर्फ प्रधान और सचिव ही दोषी थे उन पर कार्यवाही की जा सकती थी।लेकिन अब तो एडीओ पंचायत और ५ शपथ पत्र दाता भी आरोप में शामिल हो गए। देखते हैं अभी और कितने लोग फर्जीवाड़ा करके आरोपियों को बचाते हैं।