देवल संवाददाता ,मऊ। रेबीज एक ऐसी बीमारी है जो पशुओं को काटने से मनुष्य की तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। प्रति वर्ष इस कारण लाखों लोगों की जान चली जाती है। इस दिशा में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रतिवर्ष 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष इसकी थीम है रेबीज की सीमाओं को तोड़ना। इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय है टीकाकरण। पालतू पशुओं को नियमित रूप से टीकाकरण करने के साथ ही उनके काटने की दशा में तत्काल स्वयं को का भी टीकाकरण कराना आवश्यक होता है। यह बातें प्रसिद्ध चिकित्सा डॉक्टर संजय सिंह ने विश्व रेबीज दिवस की पूर्व संध्या पर शारदा नारायण हॉस्पिटल में संबोधित करते हुए कहा। डॉक्टर सिंह ने बताया कि मनुष्य पशु और पर्यावरण का स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। एक दूसरे के साथ काम करके रेबीज को हम सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरे को हाथ में तक समाप्त किया जा सकता है।