Byjus के फाउंडर बायजू रविंद्रन ने कर्मचारियों को बताया कि कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए जो रकम जुटाई थी वह कुछ प्रमुख निवेशकों के कहने पर अलग अकाउंट में लॉक है। इस वजह से कर्मचारियों की फरवरी महीने की सैलरी देने में हो रही है। आइए जानते हैं Byjus का फाउंडर और निवेशकों के बीच पूरा विवाद क्या हैआर्थिक मुश्किलों और अंदरूनी खींचतान से जूझ रही एजुटेक कंपनी Byju's का कहना है कि वह निवेशकों के निष्ठुर रवैये के चलते अपने कर्मचारियों को फरवरी महीने की सैलरी देने की स्थिति में नहीं है।Byju's के फाउंडर बायजू रविंद्रन ने कर्मचारियों को बताया कि कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए जो रकम जुटाई थी, वह कुछ प्रमुख निवेशकों के कहने पर अलग अकाउंट में 'लॉक' है।रविंद्रन ने अपने स्टाफ को लिखे पत्र में कहा कि राइट्स इश्यू सफलतापूर्वक बंद हो गया है, जो 25 से 30 करोड़ डॉलर का है। उन्होंने कहा, 'हालांकि, मुझे आपको यह बताते हुए दुख हो रहा है कि हम अभी भी आपको सैलरी नहीं दे पाएंगे।'इसकी वजह बताते हुए रविंद्रन ने कहा कि कंपनी पिछले महीने पूंजी की किल्लत से जूझ रही थी। लेकिन, अब फंड होने के बावजूद 20 हजार कर्मचारियों को सैलरी देने में देरी हो रही है।रविंद्रन ने Byju's के 150 से अधिक निवेशकों में से 4 पर निष्ठुर होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब हम फंड जुटाकर आपकी मेहनत से कमाई सैलरी देने की कोशिश कर रहे हैं, तो कुछ निवेशक इसमें अड़चन पैदा कर रहे हैं।रविंद्रन ने कहा, 'उन निवेशकों के कहने पर राइट्स इश्यू के जरिए जुटाई गई रकम अलग खाते में लॉक है। यह एक दुखद हकीकत है कि इनमें से कुछ निवेशकों ने पहले ही भरपूर मुनाफा कमा लिया है। उनमें से एक निवेशक को तो 8 गुना मुनाफा हुआ है, जिसने कंपनी में शुरुआत दौर में निवेश किया था।'नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने Byju's को निर्देश दिया है कि जब फाउंडर और निवेशकों के बीच विवाद का निपटारा नहीं हो जाता, राइट्स इश्यू से मिली रकम को अलग खाते में रखा जाए।रविंद्रन ने कहा कि मैंने अपनी तरफ आप लोगों की सैलरी का इंतजाम करने क पूरी कोशिश की, लेकिन अब हमारे पास दिल दहलाने वाली हकीकत का सामना करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हम फिलहाल आपको वह आर्थिक मदद देने में असमर्थ हैं, जिसके आप हकदार हैं।रविंद्रन ने कर्मचारियों से कहा कि हमें जैसी ही कानूनन इजाजत मिलेगी, हम फौरन आपकी सैलरी का भुगतान कर देंगे। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आपको 10 मार्च तक आपकी सैलरी दे दी जाए।