गोरखपुर के कोतवाली इलाके के बक्शीपुर शेर कोठी स्थित एक मकान को बृहस्पतिवार दोपहर 3:30 बजे खाली कराने गई प्रशासन की टीम लौट गई। मकान पर मालिकाना हक जताने वाली महिला और किराएदार के बीच विवाद है। मकान को अपना बताने वाली रूपा अग्रवाल आमरण अनशन पर बैठ गईं। देर शाम उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद बेटा उन्हें लेकर डॉक्टर के पास गया। महिला ने न्याय न मिलने तक आमरण अनशन पर बैठने की बात कही है।जानकारी के मुताबिक, राजघाट के दीवान दयाराम की रहने वाली रूपा अग्रवाल पत्नी स्व. चंद्रप्रकाश अग्रवाल ने 2002 में भगवान भीटी गांव निवासी गंगा शरण सिंह को मकान किराए पर दिया था। वर्तमान में गंगा शरण के परिवार के राज नारायण सिंह का परिवार रहता है। इसे लेकर रूपा अग्रवाल ने सीएम के जनता दर्शन में मुलाकात कर प्रार्थनापत्र दिया था।सीएम के आदेश पर प्रशासन ने पूरे मामले की जांच की। बकौल रूपा अग्रवाल, बृहस्पतिवार को तहसीलदार ने जांच के बाद मकान को जब्त करने की बात कही थी। दोपहर में साढ़े तीन बजे के करीब तहसीलदार मौके पर गए और मकान को खाली करने के लिए कहे, लेकिन फिर वह लौट गए। इससे नाराज होकर रूपा अग्रवाल धरने पर बैठ गई।उनकी मांग थी कि आज ही कार्रवाई को पूरी की जाए। जबकि, किराएदार का परिवार समय मांग रहा था। देर शाम महिला की तबीयत खराब हो गई। बेटा लेकर अस्पताल चला गया। बेटे ने बताया कि वह डीएम और आला अफसरों से मुलाकात कर प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाएंगे।डीएम कृष्णा करुणेश ने कहा कि मामले की जांच के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने जब्त करने का आदेश जारी किया है। जिसके अनुपालन में प्रशासन की टीम गई थी। मामला कोर्ट में भी है। प्रशासन नियमानुसार आवास को जब्त कराएगा। कोर्ट का जो भी निर्णय होगा उसका अनुपालन कराया जाएगा।