दूरसंचार विभाग (Telecom Department) ने आगामी स्पेक्ट्र्म (Spectrum Auction) से जुड़ी अहम जानकारियां साझा की हैं। विभाग ने बताया कि स्पेक्ट्रम ऑक्शन 20 मई 2024 से शुरू होगा। इसमें सरकार मोबाइल फोन सर्विसेज के लिए 96317.65 करोड़ रुपये के बेस प्राइस पर 8 स्पेक्ट्रम बैंड्स का ऑक्शन करेगी। टेलीकॉम कंपनियां ऑक्शन में हिस्सा लेने के लिए 22 अप्रैल तक आवेदन भेज सकती हैं।दूरसंचार विभाग (Telecom Department) ने एक बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि आगामी स्पेक्ट्रम ऑक्शन (Spectrum Auction) 20 मई 2024 से शुरू होगा। सरकार मोबाइल फोन सर्विसेज के लिए 96,317.65 करोड़ रुपये के बेस प्राइस पर 8 स्पेक्ट्रम बैंड्स का ऑक्शन करेगी।इसमें उन स्पेक्ट्रम का भी ऑक्शन होगा, जो दिवालिया प्रक्रिया (insolvency processes) से गुजर रही कंपनियों के पास हैं। साथ ही, इस साल एक्सपायर हो रहे स्पेक्ट्रम को भी नीलाम किया जाएगा।डिपार्टमेंट ने स्पेक्ट्रम ऑक्शन के लिए टेलीकॉम कंपनियों (Telecom Companies) से आवेदन लेना भी शुरू कर दिया है। कंपनियां 20 मई को होने वाले ऑक्शन के लिए 22 अप्रैल तक आवेदन भेज सकती हैं।इस बार जिन 8 स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी होने वाली है, उनमें 800, 900, 1800, 2100, 2300, 2500, 3300 MHz and 26 GHz बैंड शामिल हैं। इससे पहले कैबिनेट ने स्पेक्ट्रम रिफॉर्म की निगरानी के लिए कैबिनेट सचिव की अगुआई में एक समिति बनाने का फैसला भी लिया था।टेलीकॉम डिपार्टमेंट को उम्मीद है कि इस ऑक्शन से उसे करीब 10 हजार करोड़ रुपये मिल जाएंगे। सुनील मित्तल की भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया 1,800 मेगाहर्ट्ज और 900 मेगाहर्ट्ज के 4जी बैंड में एक्सपायर होने वाले पुराने लाइसेंस को रिन्यू करेंगे। ब्रोकरेज हाउस जेफरीज के अनुसार, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को क्रमशः 4,200 करोड़ और 1,950 करोड़ रुपये के एयरवेव्स रिन्यू कराने होंगे। वहीं, मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो को इस साल कोई स्पेक्ट्रम रिन्यू नहीं कराना है।इस साल स्पेक्ट्रम ऑक्शन को ज्यादा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद नहीं है। कुछ वक्त पहले मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में टेलीकॉम सेक्रेटरी नीरज मित्तल ने कहा था कि इस साल कंपनियां स्पेक्ट्रम पर ज्यादा रकम खर्च करने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने पिछली नीलामी खुलकर पैसे खर्च किए थे। ऐसे में इस बार उनका फोकस एक्सपायर हो रहे स्पेक्ट्रम को टॉप-अप करने पर ही रह सकता है।