बीसीसीआई ने बुधवार को अपने सालाना केंद्रीय अनुबंध की घोषणा की जिसमें कई युवा खिलाड़ियों की किस्मत चमकी तो वहीं श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) और ईशान किशन (Ishan kishan) को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया है। हाल ही में भारत के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान (Irfan Pathan) ने अपने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर श्रेयस-ईशान का समर्थन किया।बीसीसीआई ने बुधवार को अपने सालाना केंद्रीय अनुबंध की घोषणा की, जिसमें कई युवा खिलाड़ियों की किस्मत चमकी, तो वहीं श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) और ईशान किशन (Ishan kishan) को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया है।ईशान-श्रेयस के इस कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद कई भारतीय दिग्गज उन्हें सपोर्ट करते हुए नजर आ रहे हैं। हाल ही में भारत के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान (Irfan Pathan) ने अपने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर श्रेयस-ईशान का समर्थन किया। उन्होंने जो पोस्ट किया, उससे ये बहस छिड़ गई है कि क्या कुछ प्लेयर्स के लिए अलग नियम है।दरअसल, इरफान पठान (Irfan Pathan) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। ईशान-श्रेयस का सपोर्ट करने के साथ इरफान पठान ने हार्दिक पांड्या को कॉन्ट्रैक्ट में रखने को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि श्रेयस और ईशान दोनों ही प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं।उम्मीद है कि वे मजबूती से वापसी करेंगे। अगर हार्दिक जैसे खिलाड़ी लाल गेंद क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं, तो क्या उन्हें और उनके जैसे बाकी प्लेयर्स को नेशनल ड्यूटी पर नहीं होने पर व्हाइट बॉल वाले घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना चाहिए? अगर यह सभी पर लागू नहीं होता है, तो भारतीय क्रिकेट मनचाहे परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएगा।अगर बात करें बीसीसीआई के क्राइटेरिया की तो बता दें कि किसी भी खिलाड़ी ने एक अक्टूबर के बाद से और सेंट्रेल कॉन्ट्रैक्ट जारी होने तक 3 टेस्ट, 8 वनडे या 10 टी20 मैच खेले हैं तो उस खिलाड़ी को बीसीसीआई के सालाना केंद्रीय अनुबंध में शामिल किया जाएगा। ईशान-अय्यर दोनों को इसमें फिर भी जगह नहीं मिली, जबकि विश्व कप 2023 से बाहर होने वाले हार्दिक को ए ग्रेड दिया गया।बता दें कि ईशान किशन हाल ही में घरेलू टूर्नामेंट डीवाई पाटिल टी20 कप में मैच खेलने उतरने थे। नवंबर 2023 के बाद ईशान किशन पहली बार क्रिकेट मैदान पर उतरे, लेकिन वह उस मैच में बल्ले से रन बनाने में नाकाम रहे, जबकि दूसरी तरफ श्रेयस अय्यर, जिन्होंने विश्व कप में 500 रन बनाए थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले रणजी ट्रॉफी में मैच खेला था। इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैच खेलने के बाद अय्यर बाकी मैचों के लिए ड्रॉप हुए।