गाजीपुर। मनिहारी की उच्च प्राथमिक कन्या विद्यालय की कक्षा सात में पढ़ने वाली अंजलि ‘सुनो गांव-शहर के भाई, बिन जल न जीवन बच पाई’ जल गीत सुना रही थीं, तो दूसरी ओर कक्षा आठ की प्रीति, आफरीन बानो और कक्षा सात की किरन कुमारी जल पर ‘नाटक’ प्रस्तुत कर रहे थे। जल जागरूकता की अलख जगाते स्कूली बच्चे हाथों में जल संरक्षण के स्लोगन लिखी तख्तियां पकड़े गांव में जागरूकता फैला रहे थे। कुछ इस तरह का माहौल शुक्रवार को गाजीपुर के मनिहारी खण्ड के गुरैनी गांव में देखने को मिल रहा था। यहां नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अनूठी पहल जल ज्ञान यात्रा का आयोजन किया गया। खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, मनिहारी से जल निगम (ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता मो. कासिम हाशमी, खण्ड शिक्षा अधिकारी हेमवंत कुमार ने हरी झंडी दिखाकर किया। जल ज्ञान यात्रा में आठ स्कूलों के 200 से ज़्यादा बच्चों ने भाग लिया। पढ़ाई के साथ बच्चों ने जल संरक्षण का भी ज्ञान प्राप्त किया। यात्रा के दौरान बच्चों ने जल निगम (ग्रामीण) लैब में पानी की जाँच देखी। पेयजल योजना का भ्रमण किया साथ ही उन्हें जल का महत्व बताने वाली सामग्री भी बांटी गयी। स्कूली बच्चों में जल ज्ञान यात्रा में भाग लेने के लिए उत्साह देखते ही बना। खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्रारंभ हुई जल ज्ञान यात्रा में स्कूली बच्चों को सबसे पहले पेयजल योजना ग्राम गुरैनी, खण्ड मनिहारी ले जाया गया। यहां उनको हर घर जल योजना के तहत बनी पानी टंकी और पम्प हाउस दिखाया गया। पम्प हाउस से कैसे पानी टंकी से ग्रामीणों को सप्लाई के लिए भेजा जाता है इसकी प्रक्रिया दिखाई गई। परिसर में ही स्कूली बच्चों को जल निगम (ग्रामीण) लैब कर्मियों ने जल जांच परीक्षण करके दिखाया। उनको फील्ड टेस्ट किट प्रशिक्षित महिलाओं ने 11 तरह की जल जांच करके भी दिखाई। नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया जिसमें कलाकारों ने हर घर जल योजना से गांव-गांव आए बदलाव की कहानी प्रस्तुत की। जल संरक्षण के लिए जागरूक भी किया गया। स्कूली बच्चों को जल ज्ञान यात्रा में भाग लेने के लिए प्रमाण भी दिये गये।