आमिर, देवल ब्यूरो ,चौकियां धाम, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में स्थित शीतला चौकियां धाम में चल रहे पांच दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन प्रवचन के दौरान वाराणसी से पधारे कथा वाचक मदन मोहन मिश्र ने बताया कि कहा कि सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है जो सभी धर्मों में श्रेष्ठ है। दीन-दुखियों की सेवा, असहाय की सहायता, पीड़ित का उपचार, गरीब बहन-बेटियों की शादी में सहयोग करना चाहिए। जीवन में ऐसे सत्कर्म करने वाले लोगों पर परमात्मा की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है। जो किसी पीड़ित, परेशान, बीमार को देखकर अपनी पीड़ा समझकर उसकी सेवा रक्षा करता है, ऐसे मनुष्य को जीवन में कोई भी कठिनाई परेशानी नहीं होती। ऐसे लोगों के जीवन में परमात्मा की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। सभी जीव, जंतु, पेड़-पौधे, सृष्टि परमात्मा की बनाई हुई है। सभी जगह उनका निवास है। परमात्मा ब्रम्हाण्ड के कड़-कड़ में विराजमान हैं।
इसी क्रम में जौनपुर जिला मुख्यालय से पधारे कथा वाचक डॉ अखिलेश चंद्र ने प्रवचन के दौरान बताया कि कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरहिं पारा" जिसका अर्थ है कि कलयुग में केवल ईश्वर का नाम ही एकमात्र सहारा है और इस कलिकाल में राम नाम को बार-बार जपने से मनुष्य भवसागर से पार हो जाता है। इस चौपाई के अनुसार कलयुग में अन्य युगों की तरह यज्ञ, तप या ज्ञान की आवश्यकता नहीं है केवल भगवान के नाम का जाप ही मोक्ष प्राप्ति का आधार है।इस अवसर पर शिवासरे गिरी, मदन साहू, त्रिलोकी नाथ माली, राम आसरे साहू सहित तमाम कथाप्रेमी मौजूद रहे। अन्त में आरती पूजन करने के पश्चात भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया।