देवल संवादाता,वाराणसी। 49वें कालीन मेला में कालीनों के स्टॉलों पर पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरों वाले कालीन भी दिखे। सीईपीसी की ओर से बुनाई, कताई और काती बनाने के लिए लगाई गई प्रदर्शन में वाराणसी की महिला बुनकर ज्ञानदेवी ने अपने हाथों से बनी पीएम मोदी की ब्लैक एंड व्हाइट कालीन लगाई थी।
इसी तरह निर्यातक प्रह्रलाद दास गुप्ता ने सीएम को बुलडोजर और जय श्रीराम वाले लोगो का कालीन भेंट किया। एक अन्य निर्यातक ने पीएम और सीएम की तस्वीरों वाली कालीन लगाई थी। मेले में पीएम व सीएम की धूम रही।
विदेशी बॉयरों ने भारतीय कालीनों को बताया बेजोड़
अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले में आए आयातकों ने कहा कि भारतीय कालीन बेजोड़ हैं। डिजाइनिंग से लेकर बुनाई और क्वालिटी का कोई मुकाबला नहीं। इसके कारण वे भारत में कालीन व्यापार को लेकर उत्साहित होते हैं। हालांकि जनपदवासियों की तरह उन्हें भी जिले में पंच सितारा होटल की कमी महसूस होती है।
वाराणसी से भदोही आने-जाने में लगने वाले समय और थकान आयातकों की समस्या होती है। भदोही में पंच सितारा होटल के निर्माण की जिम्मेदारी शासन की ओर से भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) को दी गई थी। बीडा ने इसके लिए एक्सपो मार्ट के पास ही 3300 वर्ग मीटर का प्लाट भी छोड़ा है लेकिन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत बनाए जाने वाले इस होटल को लेकर कोई संस्था आगे नहीं आ रही है।
भारतीय उत्पाद क्वालिटी में बेजोड़ होते हैं। वर्ष 2009 से वर्ष में दो बार भारत लगातार आ रहा हूं। केवल दिक्कत यही है कि यहां रहने की व्यवस्था नहीं है। होटल से यहां पहुंचने में डेढ़ घंटे लग जाते हैं। जहां तक भदोही के एक्सपो का प्रश्न है, जर्मनी के बाद यहां का फेयर उच्च स्तर का होता है। यहां के एक्सपो में बहुत चलना पड़ता है। - साइरस मकताबी, लेबनान
मैं वर्ष में एक बार भारत का दौरा करता हूं। वर्ष 1995 से भारत आ रहा हूं। मेरा ऑनलाइन शॉप है, जिसके लिए मशीन वाले कालीन तुर्किये और हाई क्वालिटी कालीन ईरान से और सामान्य कालीन भारत से खरीदता हूं लेकिन भदोही में ठहरने की व्यवस्था न होने से वाराणसी से आवागमन करने में दिक्कत हो जाती है।