कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।लक्ष्मी-गणेश जी की प्रतिमा विसर्जन के लिए चाडीपुर घाट पर पहुंचे श्रद्धालुओं को भारी अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। विसर्जन के लिए निर्धारित गड्ढे में पानी की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी और जो पानी मौजूद था, उसमें तीव्र बदबू के कारण धार्मिक अनुष्ठान करना असंभव हो गया।
जब श्रद्धालुओं ने ग्राम सचिव और प्रधान की मौजूदगी में लेखपाल से पूछा कि समय रहते गड्ढे में पानी क्यों नहीं भरवाया गया, तो लेखपाल ने ग्रामीणों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए आपत्तिजनक लहजे में कहा—
“पानी नहीं भरा गया तो नहीं करेंगे, और मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे, जो कर सकते हो मिलकर कर लो।”
धार्मिक आस्था का अपमान
श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रशासन की इस लापरवाही और लेखपाल के अभद्र व्यवहार ने उनकी धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुंचाया है।
ग्रामीणों का आक्रोश
ग्रामीणों ने इस घटना को धार्मिक परंपराओं का अपमान बताते हुए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सामूहिक रूप से उच्च अधिकारियों से मिलकर शिकायत दर्ज कराएंगे।