राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को अंबाला एयरबेस पर स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ फोटो खिंचवाई है। ये कोई आम फोटो नहीं थी, बल्कि इसका मकसद पाकिस्तान के नापाक प्रोपेगेंडा को दुनिया के सामने लाना था।
इस तस्वीर को देखकर पाकिस्तान जल भून गया होगा।
दरअसल पाक मीडिया का दावा था कि ऑपरेशन सिंदूर में शिवांगी सिंह का फाइटर जेट मार गिराया और उन्हें बंदी बना लिया गया था । लेकिन बुधवार सुबह अंबाला एयरबेस पर दोनों की तस्वीर ने पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिफ मुनीर की फजीहत कर दी है।
पाकिस्तान ने फैलाया था झूठ
मई में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इसके बाद पाकिस्तानी मीडिया और सोशल हैंडल्स के जरिए झूठ फैलाया गया कि भारत के कई विमान गिरा दिए। इसके साथ ही ये भी दावा किया गया कि एक राफेल विमान भी गिराया गया जिसकी पायलट शिवांगी सिंह थी।
लेकिन राष्ट्रपति मुर्मु के साथ की तस्वीर ने पाकिस्तान के झूठ को दुनिया के सामने लाकर रख दिया है।
भारत ने किया था फैक्ट चेक
भारत सरकार की फैक्ट-चेक यूनिट ने तब साफ कहा था, "पाक समर्थक सोशल मीडिया हैंडल्स का दावा झूठा है। शिवांगी सिंह कैद में नहीं हैं।"
वायुसेना ने भी तब पुष्टि की थी कि शिवांगी ड्यूटी पर हैं। वो भारत की पहली महिला पायलट हैं, जिन्होंने राफेल उड़ाया है। ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान ने उन्हें मेंटर किया था, जो खुद पाकिस्तान में कैद होकर हीरो बनकर लौटे थे।
पाक के दावों की हकीकत
पाक ने कहा था छह भारतीय विमान गिराए। लेकिन सच तो ये है कि भारत का एक भी फाइटर नहीं गिरा था। उल्टा, पाक के छह विमान क्रैश हुए थे। इसमें चार अमेरिकी एफ-16, चीन के जेएफ-17 और एक बड़ा एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग प्लेन शामिल था। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने इस दावे के पक्ष में डेटा और वीडियो सबूत भी दिए थे।
