देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। कोन थाना पुलिस ने रविवार को वध के लिए झारखंड ले जाए जा रहे 22 गोवंशों को सकुशल बरामद करते हुए पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान मुठभेड़ में गोली लगने से घायल एक तस्कर को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी तस्कर जंगली रास्ते से पशुओं को वध के लिए झारखंड ले जा रहे थे। घटना स्थल से पुलिस नेएक तमंचा 315 बोर, एक जिंदा कारतूस व एक खोखा कारतूस बरामद किया है।
पशु तस्कर कोन थाना क्षेत्र के कुड़वा पहाड़ी के जंगली रास्ते से रामगढ़ होते हुए 22 गोवंशों को पैदल लेकर गायघाट की तरफ जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने क्षेत्र के लौंगा बंधा के पास गायघाट तिराहा के समीप घेराबंदी कर तस्करों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। इसी दौरान बाइक सवार दो तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने एक तस्कर के पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। बाद पुलिस टीम ने घेराबंदी कर घायल तस्कर सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस की गोली से घायल तस्कर की पहचान रफीक पुत्र स्व महरुम निवासी कोईदी नगर उटारी झारखण्ड के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर गैंग बनाकर पशुओं की तस्करी करते है। इस गैंग का सरगना रफीक पुत्र महरुम निवासी झारखण्ड है। गैंग लीडर के इशारे पर सभी लोग मध्यप्रदेश व जुगैल के आस-पास के क्षेत्रों से सस्ते दाम पर गोवंशो की खरीद करते है। बाद पशुओं को चोपन के सलखन गांव के पहाड़ी पर एकत्रित करते है। फिर वहां से गोवंशों को रफीक व उनके साथी के लोकेशन कोटा के रास्ते कनहर नदी,
पड़रछ व बग्गी बंधा के जंगली रास्ते से झारखण्ड के खरौंदी लेजाते है। वहां से रफीक ट्रकों में गोवंशों को लादकर बिहार के रास्ते बंगाल वध के लिए पहुंचाता है।