देवल संवाददाता, आज़मगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। रामलीला मैदान के सामने एक बोरी में सात वर्षीय मासूम शाज़ेब अली का शव लटका हुआ मिला, जिससे पूरे क्षेत्र में मातम और आक्रोश फैल गया। शाज़ेब बुधवार शाम से लापता था, लेकिन परिजनों द्वारा गुमशुदगी की सूचना देने के बावजूद पुलिस ने कोई तत्परता नहीं दिखाई। गुरुवार सुबह जब स्थानीय दुकानदारों ने संदिग्ध बोरी को देखा, तो पुलिस को सूचना दी गई। बोरी खोलने पर बच्चे का क्षत-विक्षत शव मिला, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। परिजनों ने हत्या का शक पड़ोसी युवक मंटू निगम पर जताया है, जो घटना से पहले शाज़ेब के संपर्क में था।
परिवार का आरोप है कि मंटू ने बच्चे को झूला झुलाने के बाद गली में छोड़ने की बात कही थी, लेकिन उसके बाद से शाज़ेब का कोई सुराग नहीं मिला। घटना के बाद परिजनों ने आरोपी को फांसी देने और योगी सरकार से बुलडोज़र कार्रवाई की मांग की है। इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई है।शाज़ेब की शिक्षिका ने उसे होनहार छात्र बताते हुए न्याय की मांग की है। वहीं एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि परिजनों को फिरौती से जुड़ी कॉल आने की जानकारी मिली है, जिसकी गहन जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और थाने की लापरवाही पर भी कार्रवाई होगी। यह घटना न केवल एक मासूम की जान जाने का मामला है, बल्कि प्रशासनिक संवेदनशीलता और पुलिस की प्राथमिकता पर भी सवाल खड़े करती है। अब देखना यह है कि क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा या यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा।