देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। जिलाधिकारी बीएन सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में निराश्रित गोवंश संरक्षण, भरण-पोषण एवं संचालन के लिए जनपद स्तरीय अनुश्रवण की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागीय अधिकारी यथा राजस्व विभाग, गृह विभाग, ग्राम विकास, सिंचाई, लोक निर्माण, राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड, वन विभाग, बाल विकास परियोजना, जिला पंचायत, कृषि विभाग, ग्रामोद्योग विभाग, नावार्ड, नगर पालिका, नगर पंचायत, जिला पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए निराश्रित गोवंश पकड़ने के लिए नगर पंचायत, नगर पालिका, विकास खण्ड, जिला पंचायत द्वारा कम से कम एक कैटिल कैचर की व्यवस्था की जाए। गोवंश भरण-पोषण एवं मुख्यमंत्री सहभागिता अंतर्गत सुपुर्द किए गए पशुओं के सत्यापन के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी एवं लेखपाल द्वारा प्रत्येक माह के 25 तारिख तक संबंधित विकास खण्ड एवं पशु चिकित्साधिकारी को अवगत कराते हुए पोर्टल पर मांग भेजने की कार्यवाही करें। प्रत्येक क्षेत्र पंचायत एवं नगर पंचायत क्षेत्र में विचरण कर रहे गोवंशों को संरक्षण के लिए गोशाला का निर्माण कार्य नगर पंचायतों में सुनिश्चित कराया जाए। सड़क के किनारे या सड़क पर जिस भी पशुपालक का पशु विचरण करते हुए पाया जाता है तो उस पशुपालक के प्रति कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जनपद में संचालित गोवंश आश्रय स्थलों में सुविधाएं बेहतर तरीके से सुनिश्चित की जाए। गौशाला को स्वावलम्बी बनाने के लिए जैविक खाद, धूप दीप, धुप बत्ती आदि का उत्पादन एनआरएलएम समुह के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए। अक्रियाशिल सीबीजी प्लांट को कार्यदायी संस्था के माध्यम से क्रियाशील कराने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया। इस मौके पर जिला विकास अधिकारी हेमन्त कुमार सिंह, डीसी मनरेगा रवीन्द्र वीर सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा अजय कुमार मिश्रा, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आदि मौजूद रहे।