शनी, देवल संवाददाता, आजमगढ़। आजाद अधिकार सेना के बैनर तले जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने निजी अस्पताल पर इलाज में लापरवाही बरतने के चलते प्रसूता की जान जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग की है। जिलाध्यक्ष अशोक सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 28 अगस्त को जिले के तरवां स्थित राजवंती मेमोरियल हॉस्पिटल में पीठोंपट्टी निवासिनी रेनू गोंड को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था। आरोप है हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही के चलते प्रसूता की जान चली गई। ऊपर से अस्पताल प्रशासन द्वारा प्रसूता के परिजनों को अंधेरे में रखकर मरीज के साथ कभी विद्या तो कभी रमा हॉस्पिटल के चक्कर लगवाकर गुमराह करता रहा जो हॉस्पिटलों में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। अस्पताल प्रशासन द्वारा परिजनों को किसी तरह का दवा इलाज का पर्चा भी नहीं दिया गया। प्रसूता की मौत के बाद अपनी लापरवाही छुपाने के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा परिजनों को पैसे का लालच देकर बहला फुसलाकर पहले मृत प्रसूता का अंतिम संस्कार करवाया गया। फिर प्रसूता के परिजनों के ऊपर फर्जी मुकदमा लिखवा दिया गया।
परिजनों का कहना है कि हमारे पास अस्पताल प्रशासन द्वारा फोन पर प्रलोभन देकर गुमराह करने की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है। ऐसे में आज़ाद अधिकार सेना जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मिलकर मामले में जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस दौरान प्रेमा गोंड, मनीष गोंड, कांता प्रसाद गोंड, रवि प्रकाश गोंड, पायल गोंड, मोनू सिंह, चंद्रकला, चौथी गोंड सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।