उनका कहना है कि अगर यह रिश्ता कमजोर पड़ा तो अमेरिका न सिर्फ एक रणनीतिक दोस्त खो देगा, बल्कि चीन को तकनीकी और रणनीतिक बढ़त देने का खतरा भी बढ़ जाएगा।
'रूस-चीन के करीब चला जाएगा भारत'
दोनों नेताओं ने 'फॉरेन अफेयर्स' में लिखे एक साझा लेख में भारत को अमेरिका का "सबसे अहम वैश्विक साझेदार" बताया और ट्रंप को चेताया कि उनकी "नाटकीय हरकतें" भारत को चीन और रूस जैसे देशों के करीब धकेल सकती हैं।