आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर शहर में बने कृष्णा हार्ट केयर हॉस्पिटल की हालत इस कदर जर्जर हो चुकी है कि इसे देख कर लोग दंग रह जाते हैं। जहां मरीजों को नई जिंदगी मिलनी चाहिए, वहीं यह अस्पताल मौत का गड्ढा साबित हो रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, हाईवे से करीब 10 फीट नीचे बने इस अस्पताल में हर बरसात मौत बनकर टपकती है। जरा सोचिए! अगर किसी हार्ट पेशेंट को इमरजेंसी में यहां लाया गया, तो आईसीयू तक पहुंचने से पहले ही उसकी धड़कनें थम सकती हैं।
अस्पताल के बेसमेंटनुमा हिस्से में घुटनों तक पानी भर जाता है, स्ट्रेचर तक फंस जाते हैं, मशीनें ठप पड़ जाती हैं और मरीजों की सांसें अटक जाती हैं। बारिश के दिनों में तो यहां का हाल किसी अस्पताल का नहीं बल्कि तालाब का दृश्य पेश करता है।
शहर की जनता सवाल पूछ रही है कि आखिर कैसे स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे अस्पताल को मंजूरी दे दी, जो हाईवे से नीचे मौत का अड्डा बना बैठा है। प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है और मरीजों की जिंदगी भगवान भरोसे छोड़ दी गई है।
लोगों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे, तो कृष्णा हार्ट केयर हॉस्पिटल का नाम बदलकर कब्रिस्तान हार्ट केयर कर देना चाहिए, क्योंकि यहां जिंदा पहुंचने वाले मरीज भी मुर्दा बनकर निकल सकते हैं।
सवाल यह है कि क्या स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन अब भी नींद से जागेगा या फिर किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार करेगा?