आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। 'हर घर तिरंगा' अभियान के अंतर्गत 2 से 14 अगस्त के बीच 3 चरणों में संपूर्ण भारतवर्ष में मनाए जाने वाले हर घर तिरंगा कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार की सुबह 10 बजे तिलकधारी महाविद्यालय में विभाजन विभीषिका त्रासदी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम हुआ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम आसरे सिंह ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' भारत में 14 अगस्त को मनाया जाने वाला एक वार्षिक राष्ट्रीय स्मृति दिवस है, जो हम सभी भारतवासियों को 1947 के भारत विभाजन के दौरान लोगों के कष्टों की याद दिलाता है। 14 अगस्त 2021 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने घोषणा की कि 14 अगस्त को प्रतिवर्ष विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा ताकि राष्ट्र को 1947 में विभाजन के दौरान भारतीयों के कष्टों और बलिदानों की याद दिलाई जा सके।इस अवसर प्राचार्य ने कहा कि 'विभाजन के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। सन् 1947 में बंटवारे के दौरान हमारे लाखों भाई-बहन विस्थापित हुए और कई लोगों ने अपनी जान गंवाई। हमारे लोगों के संघर्षों और बलिदानों की याद में, 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। छात्रों को संबोधित करते हुए प्राचार्य जी ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें सामाजिक विभाजन और वैमनस्य के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तिकरण की भावना को और मजबूत करने की आवश्यकता की याद दिलाता है और आपस में पूर्ण सौहार्द एवं भाईचारे के साथ रहने का संदेश देता है। यह दिन विभाजन के दौरान अनेक भारतीयों के कष्टों को याद करता है। विभाजन में अनेक परिवार विस्थापित हुए और कई लोगों ने अपनी जान गँवाई।
इस अवसर पर प्रो. सुदेश सिंह, प्रो. सुषमा सिंह, डॉ. विजय कुमार सिंह, डॉ. राहुल सिंह, प्रो. राजदेव दुबे, प्रो. पुष्पा सिंह, प्रो. शेखर सिंह, बालमुकुंद सेठ, डॉ. विजयलक्ष्मी, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, डॉ. शुभ्रा सिंह, डॉ. अनीता यादव, अजय कुमार सिंह, पंकज सिंह, रितेश सिंह, चन्द्र प्रकाश गिरी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन डॉ. अजय कुमार बिंद ने किया एवं आभार ज्ञापन कार्यक्रम संयोजिका डॉ. माया सिंह ने किया।