देवल संवाददाता, मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने पुलिस अधीक्षक इलमारन जी,अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह सहित कई अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बाल संप्रेक्षण गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेते हुए सुरक्षा ऑडिट भी की। निरीक्षण के दौरान जिला अधिकारी ने बाल संप्रेक्षण गृह में बंद बच्चों से वहां की समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली। किशोरों द्वारा शौचालय की बेहतर साफ सफाई,बंद पड़े कूलर एवं पंखों को ठीक कराने सहित अन्य छोटी-मोटी समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने उम्र एवं योग्यता के अनुसार बाल संप्रेक्षण गृह में बंद बच्चों का शत प्रतिशत स्कूलों में नामांकन कराने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को बेहतर साफ सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने को कहा। इसके अलावा जिला प्रोबेशन अधिकारी को शासनादेश के अनुरूप मीनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन भी बच्चों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान कुछ प्रतिभावान बच्चों द्वारा निर्मित पेंटिंग्स को भी जिलाधिकारी ने देखा तथा इन बच्चों की प्रतिभा का सम्मान करते हुए उन्हें प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी को बच्चों के तकनीकी कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण भी दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही बच्चों के रुचि के अनुसार उनकी प्रतिभा को निखारने हेतु विशेष प्रयास कर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा। बाल संप्रेक्षण गृह में बंद किशोरो का स्वास्थ्य परीक्षण भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में किया गया। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बाल संप्रेषण गृह में बंद किशोरो का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यकता अनुसार इलाज की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्वेता त्रिपाठी,अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद दिनेश कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय एवं जेल अधीक्षक भी उपस्थित रहे।