देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। बच्चों की कम उपस्थित पर परिषदीय विद्यालयों के बंद करने के आदेश से खफा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन बीएसए प्रतिनिधि को सौंपा। सीपीआईएम के जिला मंत्री नन्दलाल आर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पांच हजार से ज्यादा प्राथमिक विद्यालयों को बंद किया जा रहा है, जो कदापि उचित नहीं है। विद्यालयों के बंद होने से उसमें अध्यनरत छात्रों के भविष्य पर प्रभाव पड़ेगा। प्रदेश सरकार के इस आदेश से तमाम बच्चे शिक्षा से वंचित होंगे। खास कर बच्चियों को आज के दूषित वातावरण में दूर जाकर शिक्षा ग्रहण करना अत्यधिक खतरनाक साबित हो सकता है। सरकार के इस कदम से आम जनता में आक्रोश है। सरकार को मर्जर के सापेक्ष उनकी शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए कदम उठाने थे। वैज्ञानिक पाठ्यक्रमों को
समाहित किया जाना था, पर ऐसा नहीं हुआ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश सरकार के इस आदेश के खिलाफ गुरुवार को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर अपत्ति दर्ज करा रहे हैं। कहा कि सरकार के इस फैसले से जनपद सोनभद्र में लगभग 84 स्कूलों को बंद करने का सूची तैयार की गई है। अब तक 65 विद्यालयों को बंद कर मर्ज किया जा चुका है। इस मौके पर नन्दलाल आर्य, पुरुषोत्तम, हनुमान प्रसाद, माथुर प्रसाद आदि मौजूद रहे।