देवल संवाददाता, गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालनिक सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में बहराइच-नानपारा खण्ड का (34.85 किमी.) विद्युतीकरण सहित आमान परिवर्तन का संरक्षा परीक्षण के दूसरे दिन 18 जुलाई,2025 को रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वोत्तर परिमंडल, श्री प्रणजीव सक्सेना द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) श्री अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण श्री ओ.पी. सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर श्री सुरेश कुमार, मुख्य इंजीनियर/टीएमसी श्री संजय यादव, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/प्लानिंग श्री नीलाभ महेश, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/निर्माण श्री आर.के. चौधरी, उप मुख्य इंजीनियर/निर्माण/।। श्री विनोद कुमार तथा लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक श्री गौरव अग्रवाल समेत मंडल व निर्माण संगठन के अधिकारियों के साथ मटेरा-नानपारा स्टेशनों के मध्य निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त श्री प्रणजीव सक्सेना ने मटेरा रेलवे स्टेशन पर नई विद्युतीकृत रेल लाइन का मानक के अनुरूप सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, फाउलिंग मार्क, पैनल इन्टरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम आदि का संरक्षा के दृष्टिगत निरीक्षण किया।
इसके पश्चात रेल संरक्षा आयुक्त ने अन्य अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली से मटेरा-नानपारा आमान परिवर्तित एवं विद्युतीकृत खण्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान श्री सक्सेना ने मटेरा यार्ड के अंतर्गत प्वाइंट्स एंड क्रासिंग का अवलोकन किया एवं मटेरा-नानपारा स्टेशनों के मध्य समपार संख्या-58 (एलएचएस), मेजर ब्रिज संख्या-47, एलएचएस संख्या 63, कर्व संख्या 3 एवं रेलवे लाइन पर बैलास्ट कुशन का निरीक्षण किया तथा नानपारा स्टेशन पर मानकों के अनुरूप स्टेशन यार्ड, अधीक्षक कार्यालय, पैनल रूम, रिले रूम, बैटरी रूम, फुट ओवर ब्रिज तथा स्टेशन वर्किंग रुल के अपडेशन व नई विद्युतीकृत रेलवे लाइन का व्यापक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के अंतिम चरण में रेल संरक्षा आयुक्त ने नानपारा-बहराइच के मध्य सीआरएस स्पेशल ट्रेन से 130 किमी प्रति घंटे की गति से नई विद्युतीकरण सहित आमान परिवर्तित रेल खण्ड पर स्पीड ट्रायल किया।
आम जनता विशेषकर बहराइच-नानपारा स्टेशनों के मध्य नई रेलवे लाइन के समीपवर्ती इलाकों में रहने वाले निवासियों से अपील की जाती है कि आज से इस रेलखण्ड को विद्युतीकृत समझें और नए विद्युतीकृत रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें और अपने मवेशियों को रेलवे लाइन के आस पास खुले में न छोड़ें।