देवल, ब्यूरो चीफ, सोनभद्र। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में किया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद शिक्षा विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा पंचायती राज विभाग के जनपद एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा आरजी यादव ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस प्रत्येक वर्ष दो चरणों (अगस्त व फरवरी) माह में मनाया जाता है। इस वर्ष प्रथम चरण में कृमि मुक्ति दिवस 11 अगस्त को मनाया जाएगा, जिसके अन्तर्गत समस्त स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत 1 से 19 वर्ष तक के आयु के बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को अल्वेण्डाजॉल की गोली खिलाकर उन्हे कृमि मुक्त किया जाएगा। इस दौरान जो बच्चें किन्ही कारणवश अल्बेण्डाजॉल की गोली खाने से वंचित रह जाते हैं, उन्हे 14 अगस्त को माप-अप दिवस आयोजित कर अल्वेण्डाजॉल की गोली खिलाई जाएगी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 01 से 19 वर्ष आयुवर्ग के सभी बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को कृमि मुक्त करना है, ताकि उनके समग्र स्वास्थ्य, पोषण की स्थिति, शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। उप मुख्य चिकित्साधिकारी / नोडल अधिकारी डा कीर्ति आजाद बिन्द ने बताया कि जो बच्चा कृमि संक्रमण से ग्रसित रहता है, उसमें उल्टी, दस्त, पेट दर्द, खून की कमी, बेचौनी, भूख नहीं लगना इत्यादि समस्याएं पैदा हो जाती है, जिससे बचाने के लिए अल्वेण्डाजॉल की गोली खिलाना अत्यन्त आवश्यक हो जाता है। उन्होने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सम्बन्धित विभाग योजनाबद्ध तरीके से तालमेल के साथ कार्य करें, जिससे शत-प्रतिशत बच्चों को अल्बेण्डाजॉल की गोली खिलाई जा सके। मौके पर डा प्रेमनाथ, डा सूबेदार प्रसाद, डा गिरधारी लाल आदि मौजूद रहे।