देवल संवाददाता, आजमगढ़। जनपद की अतरौलिया थाना पुलिस ने एक बार फिर मानवता और सेवा भाव की मिसाल पेश की है। गुरुवार को थाना क्षेत्र के खालीशपुर गांव के पास सड़क पर एक 25 वर्षीय विक्षिप्त युवती को भटकते देख पुलिस को शक हुआ। जब दरोगा विनय कुमार यादव ने युवती से पूछताछ की, तो उसने भूख और प्यास की बात बताई। पुलिस ने तुरंत उसे खाना और पानी उपलब्ध कराया।
युवती सही ढंग से कुछ बता नहीं पा रही थी, बस बार-बार "बलरामपुर उतरौला" का नाम ले रही थी। दरोगा विनय यादव ने बलरामपुर के उतरौला थाने से संपर्क किया और युवती का फोटो व्हाट्सएप पर भेजा, लेकिन वहां गुमशुदगी का कोई मामला दर्ज नहीं था। इसके बावजूद, पुलिस ने हार नहीं मानी। दरोगा विनय यादव, कांस्टेबल संजय कुमार, महिला कांस्टेबल अभिलाषा और पिंकी पांडेय की टीम युवती को लेकर बलरामपुर के उतरौला पहुंची।
वहां गहन तलाश के बाद पता चला कि युवती का नाम काजल है, जो सुभाष नगर, उतरौला निवासी स्वर्गीय अफजाल कुरैशी उर्फ पप्पू की बेटी है। काजल अपने परिवार के साथ अंबेडकर नगर के किछौछा शरीफ दर्शन के लिए गई थी और पिछले एक वर्ष से लापता थी। जब पुलिस काजल को उसकी मां नूरजहां कुरैशी के पास ले गई, तो शुरू में नूरजहां ने उसे रखने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि काजल विक्षिप्त है और वे उसका क्या करेंगे। अतरौलिया पुलिस ने धैर्यपूर्वक नूरजहां को समझाया और भरोसा दिलाया, जिसके बाद वे काजल को रखने के लिए तैयार हुईं। पुलिस ने काजल को उसकी मां को सौंपकर वापस अतरौलिया लौट आई। पुलिस की इस तत्परता, संवेदनशीलता और सेवा भाव की स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की।